नुसंतारा/जकार्ता। इंडोनेशिया में एक अजीबोगरीब रिवाज है। यहां रस्म है कि शादी के तीन दिन बाद तक लड़का-लड़की बाथरूम तक नहीं जा सकते। ये रस्म-रिवाज है बोर्नियो में रहने वाले कुछ आदिवासी समुदाय की। टिडोंग जनजाति के इन लोगों के नवविवाहितों का विवाह उनकी संबंधित आदिवासी परंपराओं और रीति-रिवाजों के साथ होता है। यहां, न तो दूल्हा और न ही दुल्हन को शादी की रस्म पूरी होने के बाद तीन दिनों तक नहाने या लघुशंका तक के लिए जाने की अनुमति नहीं होती है।
हमारे 𝕎𝕙𝕒𝕥‘𝕤 𝕒𝕡𝕡 Group’s में शामिल होने के लिए यहां Click करें.
इसके पीछे मान्यता यह है कि इससे दंपत्ति के बीच संबंध मजबूत होता है और बच्चे होने में कोई दिक्कत नहीं होती। यही कारण है कि इस रस्म को पूरा करवाने के लिए परिवार के सदस्यों को नए जोड़े को कैदी के रूप में रखने का काम दिया जाता है। दोनों को कम से कम खाने और पीने की अनुमति मिलती है। तीन दिन के इस अनुष्ठान के खत्म होने के बाद उन्हें बाथरूम जाने की परमिशन होती है।
ये भी पढ़ें: मैनचेस्टर यूनाईटेड ने जीत दर्ज करके शीर्ष चार में पहुंचने की संभावनाएं मजबूत की
शादी के तीन दिनों के बाद ही दोनों स्नान करते हैं। डॉक्टरों की माने तो 72 घंटे तक ‘नेचर कॉल’ को रोकने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इससे कब्ज, अल्सर, सिर दर्द, पेट दर्द और न जाने कितनी असहनीय गैसें पैदा हो सकती हैं। ऐसे में उन जोड़ों पर क्या बीतती होगी इसकी कल्पना कर पाना भी मुश्किल है।
बता दें कि बोर्नियो द्वीप इंडोनेशिया में स्थित है और एशिया का सबसे बड़ा द्वीप है। बोर्नियो पर स्थित नुसंतारा को इंडोनेशिया ने अपनी नई राजधानी बनाया है क्योंकि पुरानी राजधानी जकार्ता अक्सर बाढ़ की चपेट में रहती थी जिससे उसके डूबने का खतरा बढ़ गया है।