बिना दूल्हे के ब्याह रचा रही थी क्षमा बिंदु, पंडित बोले नहीं कराउंगा शादी, लड़की ने निकाला अब ये रास्ता

खुद से ही विवाह रचाने का ऐलान कर चर्चा में आईं क्षमा बिंदु की मुश्किलें भी बढ़ती दिखती रही हैं। एक वर्ग उनके फैसले को महिलाओं की स्वतंत्रता से जोड़कर देख रहा है तो कुछ लोग विरोध कर रहे हैं।

बिना दूल्हे के ब्याह रचा रही थी क्षमा बिंदु, पंडित बोले नहीं कराउंगा शादी, लड़की ने निकाला अब ये रास्ता

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:43 pm IST
Published Date: June 7, 2022 11:30 am IST

kshma bindu getting married without a groom: वडोदरा, Tue, 07 Jun 2022। खुद से ही ब्याह रचाने का ऐलान कर चर्चा में आईं क्षमा बिंदु की मुश्किलें भी बढ़ती दिखती रही हैं। एक वर्ग उनके फैसले को महिलाओं की स्वतंत्रता से जोड़कर देख रहा है तो कुछ लोगों ने इसे हिंदुत्व के खिलाफ करार दिया है। शायद यही वजह है कि पहले क्षमा बिंदु के विवाह कराने पर सहमति देने वाले पंडित जी भी अब पीछे हट गए हैं। पंडित जी का कहना है कि वह इस शादी को नहीं करा सकते। क्षमा बिंदु ने कहा, ‘जिन पंडित जी ने पहले इस विवाह को संपन्न कराने की बात कही थी, अब वह इससे पीछे हट गए हैं। मैं अब टेप पर मंत्र चलाकर ही विवाह की रस्में पूरी कर लूंगी।’>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

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क्षमा बिंदु का कहना है कि एक बार मैं पारंपरिक तरीके से विवाह कर लूं तो फिर उसके बाद इसका कानूनी तरीके से रजिस्ट्रेशन भी कराऊंगी। उन्होंने कहा, ‘एक बार मैं खुद से शादी कर लूं, उसके बाद इसका पंजीकरण भी कराऊंगी। यह पंजीकरम किसी भी अन्य कपल की तरह ही होगा।’ ऐसी शादियों को लेकर देश में कोई विधान न होने की बात पर उन्होंने कहा कि हां यह बात सही है कि भारत में इसे लेकर कोई कानून नहीं है, लेकिन यह भी उतना ही सच है कि ऐसी शादी करना अवैध भी नहीं है। ऐसे में मैं पंजीकरण के लिए आवेदन करूंगी और मेरी शादी वैध होगी।

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क्या मंदिर में खुद से शादी करने की इजाजत मिलेगी?

kshma bindu getting married without a groom: क्षमा बिंदु ने 11 जून को सोलोगैमी के तहत विवाह का फैसला लिया है। सोलोगैमी मैरिज उसे कहा जाता है, जब कोई व्यक्ति खुद से ही विवाह कर ले। अमेरिका में 1993 में ऐसा पहला मामला सामने आया था, लेकिन भारत में क्षमा बिंदु का खुद से विवाह भारत का संभवत: पहला ऐसा मामला है। हालांकि क्षमा बिंदु के ऐलान पर विवाद भी छिड़ गया है।

भाजपा की एक महिला नेता ने कहा था कि ऐसा विवाह हिंदुत्व के खिलाफ है और वह मंदिर में क्षमा बिंदु को शादी नहीं करने देंगी, इसका विरोध किया जाएगा। इस पर क्षमा बिंदु का कहना है कि मैं मंदिर में शादी नहीं करूंगी। उन्होंने कहा, ‘मैं किसी की भी धार्मिक भावनाओं को आहत नहीं करना चाहती हूं। इसलिए मैंने शादी का स्थान बदलने का फैसला लिया है।’


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com