जानवरों के खून में पका चावल खाते हैं यहां के लोग, तो यहां लोग चिकन की जगह खाते हैं मेढक की टांग
जानवरों के खून में पका चावल खाते हैं यहां के लोग, तो यहां लोग चिकन की जगह खाते हैं मेढक की टांग People here eat rice cooked with animal blood
rice cooked with animal blood
नईदिल्ली। rice cooked with animal blood भारत के अलग अलग हिस्सों में खाने का अलग अलग वैरायटी मिलती है। राजस्थान में दाल-बाटी, चूरमा फेमस है तो साउथ में इटली, सांभर, डोसा काफी पसंद किया जाता है। लेकिन भारत में एक ऐसी जगह है जहां खाने में अजीबोगरीब चीजे खाई जाती है। जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते। चलिए जानते है भारत में मिलने वाली अजीबोगरीब डिश के बारे में…
rice cooked with animal blood मेघालय के उत्तर-पूर्व में जैंतिया जनजाति के लोग रहते है। ये लोगों का खाना बेहद ही अलग है। हमारे भारत में चावल को साधारण रूप से दाल या सब्जी के साथ खाते है, लेकिन ये जनजाति के लोग जानवर के खून के साथ चांवल को पकाकर खाते है। इसमें ये लोग सुअर और चिकन भी डालते है। ऐसे ही गोवा में रहने वाले लोग शार्क की करी बनाकर खाते है। जिसके लिए ये लोग शार्क मछली के बच्चों का इस्तेमाल करते है और गोवा में शार्क की करी को लोग बड़े शौक से खाते है।
चिकन लेग पीस तो पूरे भारत में हर हिस्सों के लोग खाते है। लेकिन क्या कभी आप मेढ़क के पैरो को फ्राई करके खाते देखा है। सक्किम में लेपचास समुदाय के लोग मेढ़क के पैरो को फ्राई करके बड़े शौक से खाते है। यहां के लोगों का मानना है कि इसे खाने से काफी फायदे मंद होता है। इससे पेचिश और पेट संबंधित बीमारियों से छुटकारा मिलता है। ऐसे ही छत्तीसगढ़ में लाल चीटी की चटनी काफी फेमस है। लाल चीटी को मसाले डालकर तीखी चटनी बनाई जाती है। लोग इस चटनी को काफी पसंद करते है। ज्यादातर सुअर को विदेशों के लोग ही खाते है। लेकिन भारत के एक हिस्से में इस डिश को बड़े चाव से खाया जाता। मेघालय में दोह खलिह नाम ये डिश काफी फेमस है। इसमें नींबू, टमाटर और गाजर का भी इस्तेमाल करते हैं।

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