Assembly Election Result 2023: BJP पर धावा..क्लीन स्वीप का दावा! क्या 5 राज्यों में किसी एक दल की सरकारें बनने जैसी स्थिति है?
Assembly Election Result 2023: BJP पर धावा..क्लीन स्वीप का दावा! क्या 5 राज्यों में किसी एक दल की सरकारें बनने जैसी स्थिति है?

रायपुर/भोपाल। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में वोटिंग हो चुकी है और अगले कुछ घंटों में राजस्थान के मतदाता ईवीएम में अगली सरकार के लिए जनादेश दर्ज करा देंगे। इसके बाद 30 तारीख को तेलंगाना में मतदान होगा। यानि हिंदी भाषी प्रदेशों में अगले कुछ घंटों में अगला 5 साल का सियासी भविष्य तय हो जाएगा। 3 दिसंबर को नतीजों से पहले हर कोई दावे कर रहा है जीत के प्रचार के अंतिम दिन स्टार प्रचारक के तौर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी राजस्थान पहुंचे। जहां दावा किया कि ना सिर्फ MP-CG बल्कि सभी पांचों राज्यों में विधानसभा चुनाव कांग्रेस ही जीत रही है। बीजेपी ने इसे मुंगेरीलाल का सपना बताया, कटाक्ष किया है।
छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल राजस्थान में प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया। पूछे जाने पर ये दावा किया कि माहौल पूरी तरह से कांग्रेस के पक्ष में है। MP-CG ही नहीं बल्कि इलेक्शन वाले पांचों स्टेट में जीत कांग्रेस की होगी, सरकार कांग्रेस की बनेगी। भूपेश बघेल का दावा है कि, बीजेपी छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश हार मान चुकी है। जबकि तेलंगाना में बीजेपी का कुछ है नहीं 3 तारीख को रिजल्ट वाले दिन सारी स्थिति साफ हो जाएगी। CM भूपेश के दावे का समर्थन किया राजस्थान से कद्दावर नेता, कांग्रेसी विधायक सचिन पायलट वो भी मानते हैं कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी जीतेगी जबकि राजस्थान में भी बीजेपी के कैंपेन में दम नहीं है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का दावा है, ये हमारी जिद है कि हम पांचों राज्य जीतेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दावे पर बीजेपी नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। मध्प्रदेश और छत्तीसगढ़ बीजेपी नेताओँ का कहना है कि 3 तारीख तक ऐसे दावों से भी मन बहलाया जा रहा है, जबकि हकीकत ये है कि कांग्रेस कहीं है ही नहीं।
फायनल वीओ- ये सच है कि नेताओें का, पार्टियों का अपना फीडबैक नेटवर्क होता है। जिसके आधार पर वो जीत-हार को लेकर आंकलन करते हैं, अनुमान लगाते हैं। इस बार चारों ओर अनुमान तो यही लगाया जा रहा है कि कांटे की टक्कर है, जीत-हार का अंतर बेहद कम रह सकता है, तो फिर एकतरफा जीत के दावे क्या वाकई माहौल बनाने के लिए हैं या मन बहलाने के लिए खैर, असल आंकड़ों के लिए तो दलों को, आपको-हमको 3 तारीख तक का इंतजार करना ही होगा।