Bihar Vidhan Sabha Chunav Result: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना शुरू हो चुकी है। शुरुआती रुझानों में एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है। आज तय हो जाएगा कि बिहार की गद्दी पर कौन बैठने वाला है। राज्य की 243 सीटों के लिए हुए दो चरणों में पड़े वोटों की गिनती 46 केंद्रों पर हो रही है। नीतीश कुमार ने पूरे जोश-ओ-खरोश के साथ जीत का दम भरा है, तो वहीं तेजस्वी यादव ने भी 18 नवंबर को शपथ लेने का दावा किया है। लेकिन इस वक्त की सबसे बड़ी खबर यह है कि खुद तेजस्वी यादव राघोपुर से पीछे हो गए हैं। तेजस्वी यादव करीब 1200 वोटों से पीछे चल रहे हैं।
भारत के चुनाव आयोग के मुताबिक, महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव राजद के गढ़ राघोपुर में अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वी से पीछे चल रहे हैं। सुबह 11.15 बजे तक तेजस्वी यादव को 10,957 वोट मिले, जबकि भाजपा के सतीश कुमार को 12,230 वोट मिले।
Bihar Vidhan Sabha Chunav Result भारतीय चुनाव आयोग के आधिकारिक पार्टी-वार रुझानों के मुताबिक, जेडी(यू) सबसे बड़ी पार्टी बनने जा रही है। शुरूआत में बीजेपी आगे थी लेकिन अब जेडी(यू) 80 सीटों पर आगे चल रही है, उसके बाद बीजेपी 82 और आरजेडी 33 सीटों पर आगे है। लोजपा (रामविलास) 22 सीटों पर आगे है, जबकि कांग्रेस 5 सीटों पर आगे है। हमस को 4, सीपीआई(एमएल) को 2 और अन्य तथा निर्दलीय उम्मीदवारों को 3 सीटों पर बढ़त मिली है। अब तक कुल 239 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं।
बिहार में कांग्रेस की हालत काफी खराब है, कांग्रेस मात्र 7 सीटों पर आगे हैं। जिनकी सूची नीचे दी गई है।
बिहार में चल रही वोटो की गिनती में एनडीए ने दो-तिहाई बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। ऐसे में जेडी(यू) के मोकामा उम्मीदवार अनंत कुमार सिंह के समर्थकों ने उनके घर पर जश्न मनाना शुरू कर दिया है। अनंत कुमार सिंह 2020 (राजद उम्मीदवार के रूप में) और 2015 (निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में) में मिली पिछली जीत के बाद अपनी सीट बरकरार रखने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। मौजूदा वक्त में अनंत सलाखों के पीछे हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बीजेपी बिहार में वापसी कर रही है और पश्चिम बंगाल में पार्टी सरकार बनाने की कतार में है। बिहार विधानसभा चुनावों की मतगणना के बीच, गिरिराज सिंह ने कहा है कि “बिहार की जीत हमारी है, अब बंगाल की बारी है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम बंगाल भी जीतेंगे, वहां अराजकता की सरकार है। तेजस्वी यादव ने तो चुनाव आयोग से प्रमाणपत्र लिए बिना ही 18 तारीख तय कर दी थी, उन्हें रांची और आगरा से लौटा हुआ कहा जाएगा।” उनका यह अनुमान ऐसे वक्त में आया है, जब एनडीए बिहार चुनावों में भारी जीत की ओर बढ़ रहा है।