बिहार: हिंदू त्योहारों पर ‘छुट्टियों में कटौती’ को लेकर भाजपा ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना |

बिहार: हिंदू त्योहारों पर ‘छुट्टियों में कटौती’ को लेकर भाजपा ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना

बिहार: हिंदू त्योहारों पर ‘छुट्टियों में कटौती’ को लेकर भाजपा ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना

:   Modified Date:  November 28, 2023 / 04:19 PM IST, Published Date : November 28, 2023/4:19 pm IST

पटना, 28 नवंबर (भाषा) बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से जारी ‘अवकाश कैलेंडर 2024’ में ‘हिंदू त्योहारों पर मिलने वाली छुट्टियों’ में कटौती को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को राज्य सरकार पर निशाना साधा।

भाजपा नेताओं ने अवकाश तालिका के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया मंच पर साझा किए हैं। उनमें से कइयों ने नाराजगी भरे बयान भी जारी किये हैं।

राज्यसभा सदस्य और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ”शिक्षा विभाग का सोमवार देर रात का संबंधित आदेश नीतीश सरकार द्वारा हिंदू भावनाओं पर कुठाराघात है। हम इसे तत्काल वापस लेने की मांग करते हैं, अन्यथा लोग इसके विरोध में सड़कों पर उतरेंगे।”

सुशील मोदी ने आरोप लगाया, ‘सबसे लोकप्रिय हिंदू देवताओं भगवान राम और भगवान कृष्ण से क्रमश: जुड़ी छुट्टियां- रामनवमी और जन्माष्टमी- खत्म कर दी गई हैं, जबकि मुस्लिम त्योहारों पर छुट्टियों की संख्या बढ़ा दी गई है। मुस्लिम बहुल इलाकों में विद्यालयों को शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश रखने की अनुमति दी गई है।’’

उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, हिंदुओं को रामनवमी और जन्माष्टमी के अलावा रक्षाबंधन, महाशिवरात्रि और अनंत चतुर्दशी की छुट्टियों से भी वंचित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके सहयोगी सोचते हैं कि वे हिंदुओं को जाति के आधार पर विभाजित कर सकते हैं और मुस्लिम तुष्टीकरण करके बच सकते हैं।”

बिहार भाजपा के पूर्व प्रमुख एवं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने नीतीश कुमार-नीत सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना नीतीश कुमार जी तुरंत बंद करें।

राय ने कहा कि जिस तरह से हिंदुओं के पर्व-त्योहार के मौके पर राज्य सरकार छुट्टियां रद्द कर रही है और मुस्लिम त्योहारों पर छुट्टियां घोषित कर रही है, उससे ऐसा लगता है कि यह बिहार को इस्लामीकरण की ओर ले जाने की साजिश है तथा इस साजिश के सूत्रधार नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव हैं, लेकिन बिहार की जनता इसको कतई स्वीकार नहीं करेगी।

उजियारपुर से सांसद राय ने कहा, ‘मुसलमानों के लिए तुष्टीकरण की नीति अपनाना बिहार सरकार की सोची समझी साजिश का हिस्सा है.. अंग्रेजों की तरह ही नीतीश कुमार की भी ‘बांटो और राज करो’ की नीति नहीं चलेगी..। बिहार के लोग समझदार हैं, आपकी साजिश देख रहे हैं एवं समझ भी रहे हैं। हिंदुओं पर जो चोट आप कर रहे हैं, इसका करारा जवाब बिहार के हिंदू देंगे।’

महागठबंधन के कुछ नेताओं ने स्वीकार किया है कि उन्हें शिक्षा विभाग का यह कदम मंजूर नहीं है और वे चाहेंगे कि इसमें संशोधन किया जाए।

पूर्व शिक्षा मंत्री एवं जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता अशोक चौधरी ने कहा, ‘विभाग को परंपराओं को स्वीकार करना चाहिए था। मुझे यकीन है कि मुख्यमंत्री के संज्ञान में एक बार मामला (माननीय) आने के बाद, इसमें पहले की भांति ही संशोधन सुनिश्चित किया जाएग।’’ हालांकि, चौधरी ने यह कहते हुए भाजपा को लताड़ लगाई कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के पास ही हिंदुओं और उनकी आस्था का पेटेंट है।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा, ‘हालांकि हम भाजपा के प्रलाप को बहुत ही कम महत्व देते हैं। शिक्षा विभाग एक कैलेंडर वर्ष में 60 से अधिक छुट्टियों की अनुमति नहीं देता है, फिर भी छुट्टियों के मामले में स्वाभाविक रूप से कुछ समायोजन किया जाना चाहिए। किसी को भी दशहरा, दिवाली, होली और छठ पर छुट्टियों से वंचित नहीं किया जा सकता। विभाग को रक्षाबंधन पर छुट्टी घोषित करने पर पुनर्विचार करना चाहिए।”

मौजूदा गठबंधन सरकार में राजद नेता चंद्रशेखर ही शिक्षा विभाग संभाल रहे हैं।

भाषा अनवर सुरेश

सुरेश

 

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