पटना, 19 दिसंबर (भाषा) पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की मंत्री रमा निषाद ने शुक्रवार को कहा कि विभाग द्वारा संचालित पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय ‘प्लस टू’ उच्च विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) में प्रवेश के लिए आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
मंत्री ने बताया कि इसके लिए ‘साथी’ कार्यक्रम चलाया जा रहा है और इसके क्रियान्वयन को लेकर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इस समझौते का उद्देश्य विभाग द्वारा संचालित अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय ‘प्लस टू’ उच्च विद्यालयों की छात्राओं को आईआईटी, जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विश्वस्तरीय कोचिंग सुविधा प्रदान करना है।
उन्होंने बताया कि इससे पूर्व एक विशेष सत्र में आईआईटी कानपुर की टीम ने प्रधानाध्यापकों और नोडल पदाधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया है।
मंत्री रमा निषाद ने कहा कि बैठक में आवासीय विद्यालयों के सुदृढ़ीकरण और उपलब्ध सुविधाओं की समीक्षा की गई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि ‘जीविका’ के माध्यम से विद्यालयों में मेस संचालन और साफ-सफाई की व्यवस्था प्रभावी ढंग से सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि छात्राओं को स्वच्छ कपड़े और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने में किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने विद्यालयों में नामांकन की स्थिति और शैक्षणिक सुविधाओं की भी समीक्षा की तथा शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। मंत्री ने कहा कि विभाग इस दिशा में हर संभव कदम उठाएगा।
बैठक में निर्माणाधीन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करके उन्हें निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।
मंत्री ने राज्य भर में स्थित जननायक कर्पूरी ठाकुर कल्याण छात्रावासों और अन्य पिछड़ा वर्ग छात्रावासों के जीर्णोद्धार, मेस संचालन तथा छात्रों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
रमा निषाद ने कहा कि विभाग से जुड़े प्रत्येक मुद्दे का त्वरित समाधान किया जाएगा, लेकिन इसके लिए अधिकारियों को क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्य करना होगा। उन्होंने अधिकारियों से जनकल्याणकारी योजनाओं को गति देने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सुगमता से पहुंचना चाहिए।
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