प्रधानमंत्री ‘डरपोक’ हैं, यह कहने का दम नहीं कि ट्रंप ‘झूठे’ हैं: राहुल

प्रधानमंत्री ‘डरपोक’ हैं, यह कहने का दम नहीं कि ट्रंप ‘झूठे’ हैं: राहुल

प्रधानमंत्री ‘डरपोक’ हैं, यह कहने का दम नहीं कि ट्रंप ‘झूठे’ हैं: राहुल
Modified Date: October 30, 2025 / 04:57 pm IST
Published Date: October 30, 2025 4:57 pm IST

नालंदा/शेखपुरा (बिहार), 30 अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रुकवाने का दावा कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 50 बार अपमान किया है, लेकिन मोदी ‘डरपोक’ हैं और उनमें यह कहने का दम नहीं है कि ट्रंप ‘‘झूठे’’ हैं।

उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरे दिन दो जनसभाओं को संबोधित किया और यह दावा भी किया कि बिहार में सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं चला रहे हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और ‘नागपुर’ (आरएसएस) चला रहे हैं।

राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘नरेन्द्र मोदी जी के हाथ में नीतीश जी का रिमोट कंट्रोल है। वह जो बटन दबाते हैं, वही चैनल नीतीश चालू कर देते हैं।’’

 ⁠

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आखिरी मिनट पर ‘वोट चोरी’ करने का प्रयास होगा, लेकिन बिहार के युवाओं को पूरा दम लगाकर इसे रोकना है।

उन्होंने बिहार की जनता से यह वादा भी किया कि केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनने पर नालंदा को फिर शिक्षा का वैश्विक केंद्र बनाया जाएगा तथा बिहार में महागठबंधन की सरकार सभी वर्गों के लिए काम करेगी।

कांग्रेस नेता ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाने संबंधी ट्रंप के दावे का हवाला देते हुए कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति ने 50 बार भारत के प्रधानमंत्री का अपमान किया…ट्रंप ने कहा है कि मैंने मोदी को फोन पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ बंद करने के लिए कहा। नरेन्द्र मोदी ने दो दिनों में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ बंद कर दिया। अमेरिका के राष्ट्रपति ने कहा कि सात विमान गिराए गए। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी में यह कहने का दम नहीं है कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं।’’

उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी को ट्रंप से मिलने के लिए विदेश जाना था, लेकिन वह डर गए और नहीं गए।

राहुल गांधी ने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के समय का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘1971 में अमेरिका ने अपनी नौसेना का सातवां बेड़ा भेजा, लेकिन इंदिरा गांधी ने साफ कह दिया था कि हम आपकी नौसेना से नहीं डरते, हमें जो करना होगा, हम करेंगे। इंदिरा गांधी महिला थीं, लेकिन इस मर्द (नरेंद्र मोदी) से ज्यादा दम उनमें था।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘नरेन्द्र मोदी जी डरपोक हैं। उनमें न तो दृष्टिकोण है और न ही दम है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं नरेन्द्र मोदी को चुनौती देता हूं कि आप बिहार की अपनी किसी जनसभा में यह कहें कि अमेरिका के राष्ट्रपति झूठे हैं, वो झूठ बोल रहे हैं तथा उनके कहने पर मैंने ऑपरेशन सिंदूर नहीं रोका था। मैं आपको गारंटी से कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री यह बात नहीं बोल सकते क्योंकि वह डरपोक हैं।’’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ऐसा डरपोक आदमी बिहार और देश की कभी प्रगति नहीं कर सकता।’’

राष्ट्रपति ट्रंप ने कई बार यह दावा किया है कि उन्होंने व्यापार नहीं करने का हवाला देकर भारत और पाकिस्तान के बीच इस साल मई में संघर्ष विराम करवाया था।

हालांकि भारत ने बार-बार स्पष्ट किया है कि इस साल मई में पाकिस्तान के सैन्य परिचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) द्वारा संपर्क किए जाने पर सैन्य कार्रवाई रोकने पर विचार हुआ था।

राहुल गांधी ने पेपर लीक का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इससे बिहार के ईमानदार और मेहनती युवाओं को नुकसान होता है।

उन्होंने फिर यह दावा किया कि छठ पूजा के दौरान दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के लिए यमुना के निकट साफ पानी का एक तालाब बनाया गया था।

कांग्रेस ने कहा, ‘‘अमित शाह कहते हैं कि बिहार में उद्योग के लिए जमीन नहीं है, लेकिन अदाणी को एक रुपये में जमीन मिल जाती है।’’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘दो तरह का हिंदुस्तान है। एक हिंदुस्तान बड़े उद्योगपतियों का है और दूसरा दलितों, अति पिछड़ों, पिछड़ों और गरीबों का है।’’

उन्होंने दावा किया कि देश में सरकारी संपत्तियों को अंबानी और अदाणी के हवाले कर दिया गया है।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘क्या आप चाहते हैं कि बिहार देश के लिए मजदूर पैदा करने वाला राज्य बने? ऐसा बिहार नहीं चाहिए। हमें नालंदा विश्वविद्यालय वाला बिहार चाहिए जब पूरी दुनिया के लोग शिक्षा के लिए बिहार आते थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आप लोगों ने जो फोन पकड़ रखे हैं- इसके पीछे आपको ‘मेड इन चाइना’ लिखा नजर आएगा। लेकिन हम चाहते हैं कि फोन पर ‘मेड इन बिहार’ लिखा हो और यहां के युवाओं को रोजगार मिले। हम चाहते हैं कि चीन का युवा ‘मेड इन बिहार’ वाला फोन, कैमरा चलाए। मगर ये काम मोदी नहीं कर सकते, क्योंकि उनमें दम नहीं है।’’

उन्होंने दावा किया कि भाजपा और आरएसएस के लोग आजादी से पहले का हिन्दुस्तान चाहते हैं जिसमें दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के पास कोई अधिकार नहीं था।

राहुल गांधी ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा, ‘‘संविधान हिन्दुस्तान की आवाज है, लेकिन भाजपा-आरएसएस के लोग इसे खत्म करना चाहते हैं। आपको जो भी मिला है, वो इस संविधान की देन है। इसलिए बिहार की जनता को साफ कह देना चाहिए कि संविधान को कोई नहीं खत्म कर सकता।

राहुल गांधी ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी तो वह किसी एक जाति और किसी एक धर्म की नहीं, बल्कि बिहार के हर नागरिक की होगी तथा बिहार के विकास के लिए काम करेगी।

भाषा हक

हक अविनाश

अविनाश


लेखक के बारे में