UP में 5 हजार अवैध मदरसे किए गए बंद, अल्पसंख्यक आयोग ने 10 लोगों पर की कानूनी कार्रवाई

यूपी में 5 हजार मदरसों को बंद कर दिया गया है। बताया गया कि ये मदरसे मानकों के विपरीत चल रहे थे, इसलिए अल्पसंख्यक आयोग ने इन्हें बंद कर दिया।

UP में 5 हजार अवैध मदरसे किए गए बंद, अल्पसंख्यक आयोग ने 10 लोगों पर की कानूनी कार्रवाई

up madarsa board

Modified Date: November 29, 2022 / 08:17 pm IST
Published Date: August 28, 2021 2:06 pm IST

मेरठ। up madarsa board : यूपी में 5 हजार मदरसों को बंद कर दिया गया है। बताया गया कि ये मदरसे मानकों के विपरीत चल रहे थे, इसलिए अल्पसंख्यक आयोग ने इन्हें बंद कर दिया। यूपी अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सुरेश जैन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यूपी में पांच हजार मदरसे बंद कर दिए गए हैं। ये मदरसे मानकों के विपरीत चल रहे थे, इसलिए इनको आयोग ने बंद कर दिया है।

read more: खुलासा : आरोपियों ने गैंगरेप का वीडियो बनाकर MBA छात्रा से मांगे 3 लाख, नहीं देने पर वीडियो वायरल करने की दी धमकी

up madarsa board :सुरेश जैन ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मान्यता प्राप्त मदरसों का टोटल लेखा-जोखा पोर्टल में अपलोड करने के बाद भी पांच हजार मदरसे मानकों के विपरीत चलते पाए गए, जिसकी वजह से उन्हें तत्काल रुप से बंद कर दिया गया। इन मदरसों को बंद कर देने से 100 करोड़ रुपए की वार्षिक बचत भी हुई है। ऋतुराज ने कहा कि मदरसा शिक्षा बोर्ड के नए पोर्टल का गठन किया गया है। इस पोर्टल में समस्त मदरसों को विवरण अपलोड करना अनिवार्य है।

 ⁠

read more: मुंबई के नरीमन प्वाइंट समेत 80 प्रतिशत हिस्सा 2050 तक हो जाएगा जलमग्न : बीएमसी आयुक्त

उन्होंने कहा कि मदरसों का सिलेबस भी संशोधित किया गया है। बोर्ड ने पाया कि कई स्थानों पर फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी की गई है। इस संबंध में मेरठ में 10 लोगों पर कानूनी कार्रवाई भी की गई है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों का ध्यान रखते हुए सरकार अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम चला रही है। मदरसों के अलावा जैन और सिख समुदाय तथा अनेक अन्य वर्ग के धार्मिक शिक्षण संस्थाओं को भी लाभ देने की कोशिश की जा रही है। जैन समाज के कई गुरुकुल स्थापित हैं, इसलिए उन्हें भी यह सुविधा मिलनी चाहिए।

 


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com