धनतेरस की शाम भूलकर भी न करें ये काम, घर के बाहर से ही लौट जाएंगी मां लक्ष्मी

Dhanteras Puja Vidhi : Dont this work the evening of Dhanteras

धनतेरस की शाम भूलकर भी न करें ये काम, घर के बाहर से ही लौट जाएंगी मां लक्ष्मी

Dhanteras Puja Vidhi

Modified Date: November 29, 2022 / 03:15 pm IST
Published Date: October 20, 2022 5:10 pm IST

Dhanteras Puja Vidhi दिवाली (Diwali) और धनतेरस (Dhanteras) में चंद दिन बचे हैं। धनतेरस का त्योहार इस बार 23 अक्टूबर के दिन मनाया जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ उनकी प्रिय चीजों की पूजा करने से वे प्रसन्न होकर सदा के लिए घर में वास करती हैं। धनतेरस के दिन कुबरे देव और धन्वंतरी देव की पूजा का भी विधान है। लेकिन इस दिन कुछ कार्यों को करने से मना किया जाता है। इस दिन शाम के समय कुछ चीजों को भूलकर भी न करें।

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घर को खाली न छोड़ें

Dhanteras Puja Vidhi कहा जाता है कि किसी खास दिन या पूजा-अनुष्ठान आदि के बाद घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए। धनतेरस के दिन से मां लक्ष्मी की पूजा का विधान है। ऐसे में शास्त्रों में कहा गया है कि धनतेरस पर घर को भूलकर भी खाली न छोड़ें। कई बार लोग इस दिन घर में ताला लगाकर शॉपिंग के लिए चले जाते हैं। लेकिन व्यक्ति को ऐसा भूलकर भी नहीं करना चाहिए। धनतेरस की शाम घर का कोई एक सदस्य घर में अवश्य रहें।

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लेन-देन से करें परहेज

धनतेरस की शाम को महत्वपूर्ण माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन शाम के दिन किसी भी प्रकार का लेन-देन न करें। धनतेरस का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। ऐसे में शाम के समय किसी भी व्यक्ति के साथ लेन-देन न करें। इससे व्यक्ति की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है।

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सफेद चीज का न करें दान

शास्त्रों में लिखा है कि मां लक्ष्मी को सफेद रंग बेहद प्रिय है। ऐसे में उन्हें प्रसन्न करने के लिए सफेद रंग की चीजों का ही इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन धनतेरस के दिन शाम के समय किसी को भी सफेद रंग की चीज का दान न करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और घर के बाहर से ही चली जाती हैं।


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।