भोपाल। राजधानी भोपाल के रेलवे स्टेशन से जीआरपी पुलिस ने एक फर्जी टीसी को गिरफ्तार किया है। वैभव पाठक नाम का युवक हर रोज अपने नियत समय भोपाल रेलवे स्टेशन पहुंचता और यात्रियों से वसूली करता। दरअसल, लॉकडाउन में वैभव की निजी कंपनी से नौकरी छूटने के बाद वह टीसी बन गया और टिकट चैक करने के लिए भोपाल रेलवे स्टेशन पहुंचने लगा। यहां पर बिना टिकिट और मास्क नहीं लगाए यात्रियों को हड़काकर उनसे वसूली करने लगा था।
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रेलवे अधिकारियों की उसकी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर थी। ब्लैक कोर्ट और हाथ में वॉकी-टॉकी लेकर वह यात्रियों पर धौंस जमाता था। संदेह पर होने पर रेलवे अधिकारियों ने उससे पूछा किस डिपार्डमेंट से हो। जब फर्जी टीसी बना विकास जबाव नहीं दे सका, तो उसे ले जाकर जीआरपी पुलिस के हवाले कर दिया। यहां उसकी पोल खुल गई और फर्जी टीसी बनने की कहानी सामने आई।
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जीआरपी टीआई दिनेश सिंह चौहान के मुताबिक वैभव पाठक गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में एक निजी कंपनी में काम करता था और शंकर नगर की साई कॉलोनी में रहता है। वह अपने पिता का इकलौता लड़का है। भोपाल में अकेले ही रहता था जिसके बाद लॉकडाउन में उसकी नौकरी चली गई तो वह इटारसी पहुंचा और वहां पर उसने वायरलेस वॉकी टॉकी चोरी किया या किसी से खरीदा पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है। इसके बाद उसने कोर्ट और टाई खरीदी और फिर वह नकली टीसी बन लोगों के चालान काटने लगा। पुलिस ने उससे खिलाफ जालसाजी की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर मामले की पड़ताल कर रही है।