Bijapur Assembly Election 2023 : जो बोया वही काट रहे महेश गागड़ा, दलितों से दूरी चुनावी साल में पांव पड़ना है मजबूरी, ‘निष्क्रिय विधायक’ का लगा थप्पा
Bijapur Assembly Election 2023 : आज हम आपको प्रदेश की बीजापुर विधानसभा सीट के प्रत्याशी महेश गागड़ा के बारे में बताने जा रहे हैं।
Bijapur Assembly Election 2023
बीजापुर : Bijapur Assembly Election 2023 : प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। विधानसभा चुनाव के लिए इस बार दो चरणों में मतदान होना है। पहले चरण के लिए 7 नवंबर को मतदान होना है। वहीं 17 नवंबर को दूसरे चरण के लिए मतदान होगा। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की कई विधानसभा सीटों पर अपने पुराने प्रत्याशियों पर एक बार फिर से भरोसा जताया है। ऐसे में आज हम आपको प्रदेश की बीजापुर विधानसभा सीट के प्रत्याशी महेश गागड़ा के बारे में बताने जा रहे हैं।
मंत्री पद पर रहे हुए करना पड़ा था हार का सामना
Bijapur Assembly Election 2023 : महेश गागड़ा बीजापुर विधानसभा से वर्ष 2008 में पहला चुनाव लड़कर विधायक बने थे। इसके बाद वर्ष 2013 में महेश गागड़ा ने वर्तमान विधायक विक्रम मंडावी को शिकस्त देकर अपनी सीट बरकरार रखी। लेकिन 2018 में वन मंत्री के पद पर रहते हुए भी महेश गागड़ा कोहार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस के विक्रम मंडावी ने महेश गागड़ा को शिकस्त दी थी। चुनाव में महेश गागड़ा के हार की सबसे बड़ी वजह रहे उनके कर्म। कर्म का मतलब है कि सरकार में मंत्री रहते हुए भी महेश गागड़ा ने अपने क्षेत्र के विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया और एक निष्क्रिय विधायक का थप्पा लग गया।
महेश गागड़ा मंत्री रहते हुए भी अपने क्षेत्र की जनता के कार्यों पर कभी भी ध्यान नहीं दिया और ना ही क्षेत्र का कोई विकास उनके कार्यकाल में हुआ। बीजापुर पहले से ही नक्सल क्षेत्र के नाम से प्रसिद्ध है। महेश गागड़ा के कार्यकाल में बीजापुर और पिछड़ गया। महेश गागड़ा के 2018 में हारने के बाद विपक्ष की भूमिका निभाने के बजाए बीजापुर से बाहर रहते थे। इसका परिणाम ये रहा कि क्षेत्र में उनकी पकड़ कमजोर हो गई है और क्षेत्र की जनता उन्हें नापसंद कर रही है।
महेश गागड़ा पर लगे गंभीर आआप
Bijapur Assembly Election 2023 : महेश गागड़ा पर आदिवासियों को हिन्दू बनाने के आरोप भी लग चुके हैं। दरअसल, नक्सलियों ने कुछ दिन पहले पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के खिलाफ एक पर्चा जारी किया था। इस पर्चे में नक्सलियों ने महेश गागड़ा पर आदिवासियों को बीजेपी में शामिल करने के लिए हिंदू बनाने का आरोप लगाया था। पर्चे में आगे लिखा गया था की महेश गागड़ा द्वारा आदिवासी परंपरा और रीति-रिवाजों को खत्म करने की कोशिश की जा रही है और गागड़ा दलित और पिछड़ा वर्ग के लोगों को अपना नहीं समझते हैं और इन्हें दबाने की कोशिश की जाती है। महेश गागड़ा पर लगातार कई प्रकार के आरोप लगते रहे हैं।
बात करें महेश गागड़ा की संपत्ति की तो महेश गागड़ा के पर कुल 3 करोड़ 30 लाख 47 हजार रुपए की संपत्ति है। महेश गागड़ा के पास 40 तोला सोना है और 2.25 किलों चांदी है। महेश गागड़ा के पास एक बोलेरो, एक महिंद्रा XUV और एक होंडा एक्टिवा है।
जनता कर रही विरोध
Bijapur Assembly Election 2023 : महेश गागड़ा को लगातार जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। प्रचार के दौरान एक गांव में पहुंचे महेश गागड़ा का जमकर विरोध किया गया। नाराज लोगों ने बीजापुर में महेश गागड़ा वापस जाओ के नारे भी लगाए। जनता द्वारा लगातार विरोध करने के बाद महेश गागड़ा अपने कार्यकर्ताओं के साथ बिना प्रचार किए ही वापस लौट गए। बरहाल देखना यह होगा कि लगातार हो रहे विरोध और अपनी निष्क्रियता के लिए पहचाने जाने वाले महेश गागड़ा इस बार के विधानसभा चुनाव में कमल खिला पाते हैं या नहीं।

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