(Mazagon Dock Share, Image Source: IBC24)
Mazagon Dock Share: सरकारी कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) ने अपने शेयरधारकों को 3 रुपये प्रति शेयर के दूसरे अंतरिम डिविडेंट की घोषणा की है। कंपनी के बोर्ड ने मंगलवार को इस डिविडेंड को मंजूरी दी और इसकी रिकॉर्ड तिथि 16 अप्रैल 2025 को तय की है। इसके साथ ही डिविडेंड का भुगतान 7 मई 2025 तक या उसके पहले भी किया जा सकता है। इस घोषणा के बाद शेयर बाजार में MDL के शेयरों को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है।
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड के डिविडेंड ऐलान के बाद मंगलवार 8 अप्रैल को इसके शेयर की कीमत में 2% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है और यह 2367 रुपये के लेवल तक पहुंच गया है। पिछले दो वर्षों में इस डिफेंस स्टॉक ने 701% की वृद्धि हासिल की है और पिछले तीन वर्षों में इसमे 1964% की बड़ी तेजी आई है। वहीं, इस खबर के बाद निवेशकों में मझगांव डॉक के शेयरों को खरीदने की होड़ सी मच गई है।
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स ने अपने वित्तीय परिणामों की जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी का राजस्व 12% बढ़कर 10776 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष के आंकड़े 9466 करोड़ रुपये से अधिक है। यह वृद्धि कंपनी की मजबूत प्रदर्शन को दर्शाती है।
कंपनी में सरकार ने अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए ऑफर फॉर सेल (OFS) लॉन्च किया था। पिछले शुक्रवार को ऑफर किए गए शेयरों में गैर-खुदरा हिस्से में 1.4 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन हुआ। हालांकि, सोमवार को शेयर की कीमत में गिरावट आई और यह OFS फ्लोर प्राइस 2,525 रुपये प्रति शेयर से नीचे गिर गया। दिसंबर तिमाही के अंत में सरकार की मझगांव डॉक में 84.8% हिस्सेदारी थी।
मझगांव डॉक ने दिसंबर तिमाही में 29% की साल-दर-साल (YOY) प्रॉफिट वृद्धि दर्ज की है। 31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 807 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 627 करोड़ रुपये था। साथ ही, परिचालन से राजस्व में 33% की वृद्धि हुई और यह 3,144 करोड़ रुपये हो गया।
वहीं, आज मंगलवार को मझगांव डॉक के शेयरों में तेजी देखने को मिली, लेकिन कल बाजार में हल्की उतार-चढ़ाव आने की संभावना जताई जा रही है। निवेशकों को अगले दिन ट्रेडिंग में सतर्क रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि शेयर की कीमत में कुछ समायोजन हो सकता है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।