IBC24 Shakti Samman 2024: डॉ किंजल बख्शी को शिल्पा शेट्टी ने ‘शक्ति सम्मान’ से किया सम्मानित, MP-CG और ओडिशा के गांवों में नि:शुल्क मेडिकल कैंप से मिली पहचान
IBC24 Shakti Samman 2024: डॉ किंजल बख्शी को शिल्पा शेट्टी ने 'शक्ति सम्मान' से किया सम्मानित, MP-CG और ओडिशा के गांवों में नि:शुल्क मेडिकल कैंप से मिली पहचान
IBC24 Shakti Samman 2024
IBC24 Shakti Samman 2024: रायपुर। IBC24 ने सामाजिक सरोकार को हमेशा से प्रमुखता दी है। इसी कड़ी में IBC24 द्वारा राजधानी रायपुर में आज 5 अप्रैल को शक्ति सम्मान का आयोजन किया रहा है, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी हैं। बता दें कि इस कार्यक्रम में शिल्पा शेट्टी अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित कर रही हैं। बता दें कि चिकित्सक डॉ किंजल बख्शी को IBC24 की तरफ से ‘शक्ति सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
IBC24 के कार्यक्रम ‘शक्ति सम्मान’ से सम्मानित की गई डॉ किंजल बख्शी रायपुर की रहने वाली है। छत्तीसगढ़ की डॉ. किंजल बख्शी मेडिकल क्षेत्र में समर्पण का शानदार उदाहरण हैं। पीडियाट्रिक इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट के रूप में उनके पास न केवल विशेषज्ञता हैं बल्कि उनकी प्रैक्टिस में उनकी करुणामय छवि भी नज़र आती है। उनके फीटल सर्जरी में आला दर्जे के काम, अभूतपूर्व तकनीक के इस्तेमाल से अजन्मे शिशुओं की सेहत के लिए इकोकार्डियोग्राम के इस्तेमाल को देश-प्रदेश में काफ़ी सराहना मिली है। बाल कल्याण के प्रति डॉ. बख्शी की प्रतिबद्धता महज़ उनके अस्पताल तक ही सीमित नहीं है। चिकित्सा के क्षेत्र में कुशल हस्त डॉ. बख्शी सच्ची ह्यूमनिस्ट यानी मानवतावादी हैं।
वे छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और ओडिशा के गांवों और क़स्बों में निशुल्क मेडिकल कैंप लगवाते हुए सामुदायिक सेवा और कॉरपोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) से जुड़ी पहल में सक्रिय रूप लगी रही हैं। उनके निस्वार्थ प्रयासों ने ढेरों ज़िंदगियों को छुआ है, उन लोगों को उम्मीद और इलाज दिया है, जिन्हें इसकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी। अपने अथक समर्पण से डॉ. किंजल बख्शी ने अपने समुदाय में वो मुकाम हासिल किया है, जो सैकड़ों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्हें इस नारी सम्मान पुरस्कार से सम्मानित करना इस पुरस्कार का मान बढ़ाने जैसा है।
डॉ. बख्शी का होना नेकी की ताक़त में भरोसा जगाता है। उनकी ज़िंदगी इस बात की मिसाल है कि एक अकेला इंसान भी सद्भावना से बदलाव ला सकता है। उनकी अब तक की यात्रा प्रमाण है कि जुनून, दृढ़ता और करुणामयी हृदय इस अंधेरी होती जा रही दुनिया को कुछ रोशन कर सकते हैं। आज जब वे इस मंच पर इस सम्मान को लेने के लिए खड़ी हैं, तो यह विश्वास और दृढ़ होता है कि अच्छी नीयत से किसी भी सकारात्मक बदलाव को साकार किया जा सकता है।

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