गांव वालों ने जिसे दी शरण.. अब वहीं बना जान का खतरा, दहशत में जी रहे ग्रामीण
Villagers living in panic : छतरपुर – मध्य प्रदेश में छतरपुर जिले के महयाबा गांव में ग्रामीण इन दिनों मगरमच्छ की दहशत में जीने को मजबूर हैं। मगरमच्छ ने जब से बकरे का शिकार किया है ग्रामीण तालाब के पास जाने से डर रहे हैं। छतरपुर जिले में ग्रामीण इन दिनों तालाब में मगरमच्छ की दहशत से चिंता में हैं। दरअसल, महयाबा गांव में हाईस्कूल के पास बने दलेर तालाब में बीते 10 वर्षों साल से एक मगरमच्छ रह रहा है। बीते दिनों मगरमच्छ ने महयाबा निवासी एक युवक के बकरे का पानी पीते समय शिकार कर लिया। इस घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि महयाबा-अजीतपुर मार्ग में जहां तालाब है, उसी के पास हाईस्कूल माध्यमिक व प्राथमिक शाला है। स्कूल के बच्चे तालाब के इर्द-गिर्द जाते रहते हैं। इसलिए बच्चों के साथ अनहोनी न हो जाए ग्रामीण इसी बात को लेकर चिंतित है और तालाब से मगरमच्छ को पकड़कर ले जाने की मांग कर रहे हैं।
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10 साल पहले तालाब में पाला था मगरमच्छ
Villagers living in panic : ग्राम सरपंच ने बताया की खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए बरियापुर व कूटने डैम से आने वाले पानी के सहारे मगरमच्छ करीब 10 साल पहले बह कर आया था। उस समय मगरमच्छ बहुत छोटा था लिहाजा ग्रामीणों ने उसे तालाब में डाल दिया था और उसका ध्यान रखते थे, लेकिन समय बीतने के साथ ही मगरमच्छ अब 10 साल का हो गया है वहीं, उसकी लंबाई बढ़कर 5 फीट का हो गई है। ग्रामीण अब मगरमच्छ के पास जाने से डर रहे हैं। वहीं, स्कूल प्रबंधन भी बच्चों को तालाब के पास न जाने की हिदायत दे रहा है। मगरमच्छ जब छोटा था, तब रोजाना ग्रामीण तालाब पहुंचकर मछली डालकर उसके पेट भरने का इंतजाम करते थे और दुलार भी करते थे, लेकिन अब मगरमच्छ बड़ा हो गया और शिकार करने लगा है, इससे ग्रामीण भयभीत हैं और वन विभाग से मगरमच्छ को सुरक्षित स्थान में भेजने की गुहार लगा रहे हैं।
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