MP Budget 2025, image source: ibc24
भोपाल: MP Budget 2025, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रस्तुत किए गए बजट की देश के कृषि मंत्री और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत” के सपने को साकार करने वाला और प्रदेश के विकास व जनकल्याण को गति देने वाला बजट बताया।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “इस बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए पर्याप्त प्रावधान किए गए हैं, साथ ही कृषि और निवेश को बढ़ावा देने के लिए भी विशेष ध्यान दिया गया है। कृषि, सिंचाई, एग्रीकल्चर से जुड़े एलाइड सेक्टर, ग्रामीण विकास और शहरी विकास के लिए ऐतिहासिक प्रावधान किए गए हैं।”
MP Budget 2025 पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं जैसे लाड़ली बहना योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के लिए बजट में अभूतपूर्व प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह बजट किसानों, युवाओं और गरीबों के कल्याण के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी इस बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक बजट है, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में 15% की वृद्धि दर्ज की गई है। 4 लाख 21 हजार 32 करोड़ रुपये के इस बजट को पीएम मोदी के “विकसित एमपी” विजन को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
उन्होंने कहा, “इस बजट में चिकित्सा, शिक्षा और गरीबों के लिए बेहतर सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। औद्योगिक क्षेत्र में भी एमपी के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखा गया है। यह 2047 के विकसित भारत के विजन को परिलक्षित करता है।”
लाड़ली बहना योजना के हितग्राहियों के नाम कम करने के कांग्रेस के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए वीडी शर्मा ने कहा कि बीजेपी सरकार नारी शक्ति के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने विपक्ष से बजट का स्वागत करने की अपील की और कांग्रेस पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस के “कर्ज लेकर घी पीने” वाले आरोप पर वीडी शर्मा ने कहा, “कर्ज तय मानकों के आधार पर लिया गया है और सभी सरकारें अपने दायरे में रहते हुए कर्ज लेती हैं। यह एक परंपरागत प्रक्रिया है। सीएम डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश का एकीकृत विकास हो रहा है।”
प्रदेश सरकार के इस बजट को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है। अब देखना यह होगा कि यह बजट किस हद तक प्रदेश की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरता है।