(कुमार दीपांकर)
नयी दिल्ली, 14 दिसंबर (भाषा) भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन सी एस सेठी ने कहा कि बैंक सोमवार को योनो ऐप का नया संस्करण पेश करने के साथ अगले दो वर्षों में इसके उपयोगकर्ता आधार को दोगुना कर 20 करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
उन्होंने पीटीआई-भाषा को दिए एक साक्षात्कार में बताया कि ‘योनो 2.0’ एक बड़ा अपग्रेड है, जो ग्राहकों को बेहतर अनुभव देगा और बैंक के लिए एक मजबूत डिजिटल मंच उपलब्ध कराएगा। इसकी सभी विशेषताएं 6–8 महीनों में चरणबद्ध तरीके से शुरू की जाएंगी।
उन्होंने कहा, ”बैंक के नजरिए से योनो 2.0 डिजिटलीकरण का एक अहम आधार है, जिसमें इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के लिए एक समान कोड है। इससे सभी चैनलों में निर्बाध एकीकरण संभव हुआ है और एसबीआई को नए उत्पाद तेजी से पेश करने में मदद मिलेगी। बैंक योनो 2.0 का उपयोग अपनी डिजिटल मौजूदगी और ग्राहक जुड़ाव बढ़ाने के लिए करना चाहता है।”
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि योनो 2.0 में खाता खोलने या किसी भी अन्य लेनदेन के दौरान इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और शाखा चैनलों पर एक समान और निर्बाध अनुभव सुनिश्चित होगा।
एसबीआई चेयरमैन ने कहा, ”आज हमारे पास लगभग 10 करोड़ ग्राहक आधार है और हमारा उद्देश्य 20 करोड़ ग्राहकों को योनो मोबाइल बैंकिंग या इंटरनेट बैंकिंग से जोड़ना है। कुल मिलाकर करीब 20 करोड़ का ग्राहक आधार तैयार करना हमारा लक्ष्य है, जिसके लिए बुनियादी ढांचे में बड़े स्तर पर निवेश करना जरूरी है। हमारा विचार है कि अगले दो वर्षों में हमारे पास कम से कम 20 करोड़ का ग्राहक आधार हो।”
सेठी ने दिसंबर की मौद्रिक नीति में आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती के बावजूद तीन प्रतिशत शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) के लक्ष्य को हासिल करने को लेकर भरोसा जताया।
दर कटौती के बाद एसबीआई ने भी रेपो से जुड़ी अपनी ऋण दर में 0.25 प्रतिशत की कमी कर इसे 15 दिसंबर से 7.90 प्रतिशत कर दिया। बैंक ने सभी अवधियों के लिए सीमांत लागत-आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) में भी 0.5 प्रतिशत की कटौती की है।
एसबीआई चेयरमैन ने यह भी कहा कि बैंक को अगले 5–6 वर्षों में ऋण वृद्धि को आगे बढ़ाने और 15 प्रतिशत की पूंजी पर्याप्तता अनुपात बनाए रखने के लिए इक्विटी पूंजी की जरूरत नहीं पड़ेगी।
भाषा पाण्डेय
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