विदेशों में नरमी के रुख से सभी खाद्य तेल तिलहनों में गिरावट |

विदेशों में नरमी के रुख से सभी खाद्य तेल तिलहनों में गिरावट

विदेशों में नरमी के रुख से सभी खाद्य तेल तिलहनों में गिरावट

:   Modified Date:  November 24, 2023 / 09:13 PM IST, Published Date : November 24, 2023/9:13 pm IST

नयी दिल्ली, 24 नवंबर (भाषा) विदेशों में नरमी के रुख के बीच और बंदरगाहों पर आयातकों के बेपड़ता कारोबार के कारण देश के तेल-तिलहन बाजारों में शुक्रवार को सभी तेल-तिलहनों में गिरावट देखने को मिली। इसके कारण सरसों, सोयाबीन, मूंगफली तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल के भाव नुकसान में रहे।

कारोबारी सूत्रों ने कहा कि शिकॉगो और मलेशिया एक्सचेंज में नरमी का रुख रहा। विदेशी बाजारों के मंदा होने से भी तेल तिलहन कीमतों में गिरावट बढ़ गई।

सूत्रों ने कहा कि तेल उद्योग बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहा है और इसको संभालना अब दूभर है। आधे से भी अधिक खाद्यतेलों की जरुरत पूरी करने के लिए आयात पर निर्भर इस देश में आयातक अपनी लागत से 3-4 रुपये किलो कम दाम पर आयातित तेल (सोयाबीन डीगम) बंदरगाहों पर बेच रहे हैं।

उन्होंने कहा कि लेकिन लगता है कि देश के विशेषकर खाद्यतेल संगठन और संबद्ध विभागों को इसकी ओर ध्यान नहीं है। तेल उद्योग और आयातकों की इतनी बुरी आर्थिक हालत है कि वे आयात किये गये तेल को रोक कर रखने की स्थिति में नहीं है और उन्हें अपने बैंकों का ऋण साखपत्र चलाते रहने की मजबूरी की वजह से सस्ते में ही घाटे के साथ तेल बेचना पड़ रहा है। यह स्थिति आगे जाकर बहुत गहरी चोट दे सकता है।

देश के प्रमुख तेल संगठन को बंदरगाहों पर हो रहे बेपड़ता कारोबार की मजबूरी की समस्या को सामने लाते नहीं पाया गया है और उनकी चिंता केवल इस बात तक सीमित है कि कच्चे पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन के बीच आयात शुल्क का अंतर कम होने से घरेलू रिफाइनिंग उद्योग प्रभावित हो रहा है। उनकी चिंता है कि इससे बैंकों की गैर-निष्पादक आस्तियां (एनपीए) बढ़ सकती हैं। उन्हें यह सोचना होगा कि बंदरगाहों पर जो आयातक लागत से काफी कम दाम पर खाद्यतेल बेच रहे हैं, उससे भी बैंकों के कर्ज फंसने का खतरा हो सकता है।

शुक्रवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 5,700-5,750 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,600-6,675 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,400 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल 2,290-2,575 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 10,650 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,805 -1,900 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,805 -1,915 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,500 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 10,300 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 8,900 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 8,400 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 9,100 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 9,250 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 8,550 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 5,310-5,360 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 5,110-5,160 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,050 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)