मूंगफली छोड़कर सभी तेल तिलहन कीमतों में गिरावट |

मूंगफली छोड़कर सभी तेल तिलहन कीमतों में गिरावट

मूंगफली छोड़कर सभी तेल तिलहन कीमतों में गिरावट

:   Modified Date:  November 25, 2023 / 07:51 PM IST, Published Date : November 25, 2023/7:51 pm IST

नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) बंदरगाहों पर आयातित तेलों का बेपड़ता कारोबार जारी रहने के बीच देश के तेल-तिलहन बाजारों में शनिवार को मूंगफली तेल तिलहन को छोड़कर बाकी सभी तेल-तिलहनों की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई।

इस दौरान सरसों, सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल नुकसान दर्शाते बंद हुए। मूंगफली तेल तिलहन के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे।

कारोबारी सूत्रों ने कहा कि बंदरगाहों पर आयातित तेलों का बेपड़ता कारोबार यानी लागत से कम दाम पर बिक्री जारी है। आयातक अपनी लागत से 2-3 रुपये किलो कम दाम पर आयातित तेल (सोयाबीन डीगम) बंदरगाहों पर बेच रहे हैं।

इसके अलावा सरसों, सोयाबीन, कपास और मूंगफली जैसे तिलहनों की मंडियों में आवक कम हो रही है। मंडियों में तो सरसों, मूंगफली और सूरजमुखी तो न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से भी कम दाम पर बिक रहे हैं।

माल होने के बावजूद पेराई का काम बेपड़ता होने यानी पेराई के बाद बेचने में नुकसान होने के कारण लगभग 60-70 प्रतिशत तेल पेराई की छोटी मिलें बंद हो चुकी हैं। बंदरगाहों पर भी साफ्ट तेलों का स्टॉक कम है और पाइपलाईन खाली है। ऐसे में जाड़े की मांग बढ़ने के बाद नरम तेलों की दिक्कत आना स्वाभाविक है।

सूत्रों ने कहा कि जो इंतजाम पहले से किया जाना चाहिये उसकी ओर किसी के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अगर नरम तेलों की आगे कोई दिक्कत आती है तो उसकी जवाबदेही किसकी होगी ?

उन्होंने कहा कि सरकार के आंकड़ों से पता चलता है कि पहले के मुकाबले मूंगफली और सूरजमुखी जैसे तिलहनों की बुआई का रकबा कम हुआ है। यह और परेशान करने वाली बात है क्योंकि बढ़ती आबादी के साथ साल दर साल खद्यतेलों की मांग भी लगभग 10 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। ऐसे में तिलहन बुवाई का रकबा बढ़ने के बजाय घटना चिंताजनक है।

शनिवार को तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 5,650-5,700 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,600-6,675 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,400 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल 2,290-2,565 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 10,500 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,785 -1,880 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,785 -1,895 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,400 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 10,200 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 8,850 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 8,250 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 8,950 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 9,150 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 8,400 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 5,260-5,310 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 5,060-5,110 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,050 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश पाण्डेय

पाण्डेय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)