Bank Of Baroda Q4 Result: सरकारी बैंक का मुनाफा कमजोर, शेयरों में भारी गिरावट, 10% से ज्यादा हुआ क्रैश

Bank Of Baroda Q4 Result: सरकारी बैंक का मुनाफा कमजोर, शेयरों में भारी गिरावट, 10% से ज्यादा हुआ क्रैश

Bank Of Baroda Q4 Result: सरकारी बैंक का मुनाफा कमजोर, शेयरों में भारी गिरावट, 10% से ज्यादा हुआ क्रैश

(Bank Of Baroda Q4 Result, Image Credit: IBC24 News Customize)

Modified Date: May 6, 2025 / 09:11 pm IST
Published Date: May 6, 2025 9:11 pm IST
HIGHLIGHTS
  • बैंक ऑफ बड़ौदा का प्रॉफिट: मार्च तिमाही में 3% बढ़कर 5,048 करोड़ रुपये हुआ।
  • शेयर में गिरावट: बैंक के शेयरों में 10% की गिरावट आई और 221.95 रुपये पर पहुंचे।
  • एनपीए में गिरावट: बैंक का सकल एनपीए 2.92% से घटकर 2.26% हुआ।

Bank Of Baroda Q4 Result: पब्लिक सेक्टर बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने मंगलवार को अपनी मार्च तिमाही के नतीजे घोषित किए हैं। मार्च 2025 तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 3% बढ़कर 5,048 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एकक साल पहले यह 4,886 करोड़ रुपये था। हालांकि, बेहतर परिणाम के बावजूद, बैंक के शेयर 10% से ज्यादा गिरकर 221.95 रुपये पर पहुंच गया। जिसके कारण पीएसयू बैंकों का मार्केट कैप घटकर 58,000 करोड़ रुपये हो गया।

बैंक का डिविडेंड और आय

बैंक ऑफ बड़ौदा ने शेयरधारकों के लिए वित्त वर्ष 2024-25 में 2 रुपये फेस वैल्यू इक्विटी शेयर पर 8.35 रुपये का डिविडेंड देने की घोषणा की है। बैंक की कुल आय भी पिछले वर्ष के 33,775 करोड़ रुपये से बढ़कर 35,852 करोड़ रुपये हो गई। इसी अवधि में बैंक की ब्याज आय भी बढ़कर 30,642 करोड़ रुपये हो गई, जो कि पिछले साल 29,583 करोड़ रुपये थी। हालांकि, शुद्ध ब्याज आय (NII) में मामूली गिरावट आई और यह 11,020 करोड़ रुपये से 11,793 करोड़ रुपये तक घट गई।

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एनपीए में सुधार

बैंक ऑफ बड़ौदा के लिए एक अच्छी खबर यह रही कि बैंक का सकल एनपीए 2.26% तक घट गया, जबकि पिछले साल यह 2.92% था। इसी तरह नेट एनपीए भी कम होकर 0.58% पर आ गया है। इन आंकड़ों के मालूम होता है कि बैंक ने अपनी परिसंपत्तियों की गुणवत्ता में सुधार किया है, जिससे उसकी वित्तीय स्थिति मजबूत हुई है।

सालभर का प्रदर्शन

वहीं, पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में बैंक का शुद्ध लाभ 10% बढ़कर 19,581 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष यह 17,789 करोड़ रुपये था। इसके अलावा बैंक की कुल आय 1,38,089 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो पिछले वित्त वर्ष में 1,27,101 करोड़ रुपये थी।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।