कोवैक्सीन के तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के लिये 26 हजार स्वयंसेवक जुटाने की राह पर भारत बायोटेक

कोवैक्सीन के तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के लिये 26 हजार स्वयंसेवक जुटाने की राह पर भारत बायोटेक

  •  
  • Publish Date - January 2, 2021 / 05:40 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:19 PM IST

नयी दिल्ली, दो जनवरी (भाषा) दवा बनाने वाली घरेलू कंपनी भारत बायोटेक ने शनिवार को कहा कि वह कोविड-19 के अपने टीके ‘कोवैक्सीन’ के तीसरे चरण के नैदानिक (क्लीनिकल) परीक्षण के लिये देश भर में करीब 26 हजार स्वयंसेवक जुटाने का लक्ष्य पाने की राह पर है।

कंपनी ने कहा कि पहले ही परीक्षण के लिये 23 हजार स्वयंसेवक उससे जुड़ चुके हैं।

कंपनी का यह बयान भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति के द्वारा आपातकालीन स्थिति में कोवैक्सीन के सीमित उपयोग की मंजूरी दिये जाने की सिफारिश के बाद आया है।

भारत बायोटेक के वैक्सीन के लिये यह सिफारिश के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के द्वारा ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के टीके कोविशील्ड के आपातकालीन उपयोग के आवेदन को मंजूरी दिये जाने के एक दिन बाद की गयी है।

भारत बायोटेक, सीरम इंस्टीट्यूट और फाइजर ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के पास अपने संबंधित टीकों के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिये आवेदन किया था।

भाषा सुमन

सुमन