हायर इंडिया में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेंगी भारती, वारबर्ग पिंकस; दो अरब डॉलर का होगा सौदा

हायर इंडिया में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेंगी भारती, वारबर्ग पिंकस; दो अरब डॉलर का होगा सौदा

हायर इंडिया में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेंगी भारती, वारबर्ग पिंकस; दो अरब डॉलर का होगा सौदा
Modified Date: December 24, 2025 / 07:51 pm IST
Published Date: December 24, 2025 7:51 pm IST

नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) भारती एंटरप्राइजेज और वारबर्ग पिंकस ने वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर जैसे उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स सामान बनाने वाले हायर इंडिया में करीब दो अरब डॉलर (लगभग 17,955.5 करोड़ रुपये) में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने की बुधवार को घोषणा की।

दोनों कंपनियों ने बयान में कहा कि वे हायर इंडिया में रणनीतिक निवेश कर रही हैं। इसका प्रबंधन नियंत्रण वर्तमान चीनी समूह के पास ही रहेगा। हालांकि, उन्होंने अधिग्रहण की कीमत का खुलासा नहीं किया। उद्योग सूत्रों के अनुसार, सौदे का मूल्य दो अरब अमेरिकी डॉलर हो सकता है।

इस सौदे के बाद, भारती और वारबर्ग पिंकस के पास हायर अप्लायंसेज इंडिया लि. में सामूहिक रूप से 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। हायर के उत्पादों में एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर, टेलीविजन, वॉशिंग मशीन और रसोई उपकरण शामिल हैं।

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इस घोषणा के साथ ही हिस्सेदारी हासिल करने को लेकर प्रतिस्पर्धी दौड़ का अंत हो गया। इस हिस्सेदारी के लिए सज्जन जिंदल के नेतृत्व वाला जेएसडब्ल्यू समूह और मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज जियो के माध्यम से दौड़ में थीं।

चीन स्थित घरेलू उपकरण और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माता हायर ग्रुप, हायर इंडिया में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी बरकरार रखेगा, जबकि शेष हिस्सेदारी हायर इंडिया की प्रबंधन टीम के पास रहेगी। अब तक हायर ग्रुप के पास 100 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।

मौजूदा टीम हायर अप्लायंसेज इंडिया का नेतृत्व करती रहेगी। हालांकि, नए निवेशकों को निदेशक मंडल में प्रतिनिधित्व मिलेगा।

बयान के अनुसार, यह रणनीतिक सहयोग हायर की वैश्विक नवाचार उत्कृष्टता, भारती की मजबूत साख और उससे उत्पन्न नेटवर्क और निजी इक्विटी कंपनी वारबर्ग पिंकस के ब्रांड को विस्तार देने के मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड के साथ भारत में हायर के विकास और विस्तार को गति देगा।

इसके अलावा, यह सौदा प्रेस नोट तीन से राहत भी दिला सकता है। प्रेस नोट तीन के माध्यम से, सरकार ने चीन समेत भारत के साथ भूमि सीमा साझा करने वाले देशों से विदेशी निवेश के लिए पूर्व स्वीकृति अनिवार्य कर दी थी। उस निर्णय के अनुसार, इन देशों से भारत में किसी भी क्षेत्र में निवेश के लिए आने वाले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रस्तावों को सरकार की मंजूरी की आवश्यकता होगी।

बयान के अनुसार, ‘‘यह साझेदारी स्थानीय स्तर पर खरीद को मजबूत करके, विनिर्माण क्षमता का विस्तार करके, उत्पाद नवाचार को बढ़ावा देकर और बाजार में पैठ को गति देकर हायर इंडिया के ‘मेड इन इंडिया, मेड फॉर इंडिया’ दृष्टिकोण को मजबूती देगी।’’

चीन स्थित समूह शेडोंग अपनी अनुषंगी की अनुषंगी इकाई हायर सिंगापुर इन्वेस्टमेंट होल्डिंग प्राइवेट लि. के माध्यम से भारत में कारोबार का स्वामित्व रखता है।

भारत में हायर अप्लायंसेज इंडिया को 2025 के अंत तक लगभग 11,000 करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करने की उम्मीद है। चीन और अमेरिका के बाद हायर समूह का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है।

बयान के अनुसार, नए पूंजी निवेश से हायर इंडिया की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में प्रतिस्पर्धी क्षमता भी बढ़ेगी।

यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब भारत में उपभोक्ता उपकरण बाजार तेजी से बढ़ रहा है। इसका मुख्य कारण बढ़ती खर्च योग्य आय, बदलती जीवनशैली और उपभोक्ता उपकरणों की बढ़ती पैठ है।

भारती ने बयान में कहा कि वह वारबर्ग पिंकस के साथ एक बार फिर सहयोग करने और हायर इंडिया के विकास के अगले अध्याय को आगे बढ़ाने के लिए हायर के साथ साझेदारी करने से खुश है।

बयान के अनुसार, ‘‘कंपनी टिकाऊ उपभोक्ता सामान के विकसित होते उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने और भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी पक्षों की सामूहिक शक्तियों का लाभ उठाने के लिए तत्पर है।’’

हायर ने कहा कि भारती एंटरप्राइजेज और वारबर्ग पिंकस के साथ यह सहयोग हायर इंडिया के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

कंपनी ने कहा, “यह रणनीतिक साझेदारी हायर के ‘वैश्विक क्षमताओं के साथ वैश्वीकरण की सेवा करना और स्थानीयकरण के माध्यम से वैश्वीकरण को आगे बढ़ाना’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है। यह भारती और वारबर्ग पिंकस की पूरक शक्तियों को एक साथ लाती है, जिनके चीन और भारत में मजबूत नेटवर्क ने कई प्रमुख उपभोक्ता और प्रौद्योगिकी कंपनियों को आगे बढ़ने में मदद की है।”

भाषा रमण अजय

अजय


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