बीपीसीएल का मोजाम्बिक ब्लॉक अधिग्रहण जांच के घेरे में

बीपीसीएल का मोजाम्बिक ब्लॉक अधिग्रहण जांच के घेरे में

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  • Publish Date - September 29, 2020 / 11:07 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:29 PM IST

नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) द्वारा मोजाम्बिक के गैस ब्लॉक में किए गए निवेश में कथित अनियमितताओं के चलते इस मामले की जांच सीबीआई करेगी। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

मामले की सीधे जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि बीपीसीएल की तेल और गैस की खोज तथा उत्पादन क्षेत्र की सहायक कंपनी भारत पेट्रोरिसोर्सेस लिमिटेड (बीपीआरएल) द्वारा रोवुमा क्षेत्र-1 अपतटीय ब्लॉक में 24 अरब अमेरिकी डॉलर विकास लगत में अपने हिस्सं के निवेश में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई करेगी।

बीपीआरएल ने अगस्त 2008 में रोवुमा ब्लॉक के क्षेत्र-1 में अमेरिकी ऊर्जा कंपनी अनादार्को पेट्रोलियम कॉर्प से 7.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी। इसी महीने वीडियोकॉन ने अपनी सहायक कंपनी के जरिए समान राशि में उसी ब्लॉक में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी।

सूत्रों ने कहा कि अनादार्को ने मूल रूप से बीपीसीएल को एरिया-1 में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश की थी, लेकिन सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने इसका केवल आधा हिस्सा खरीदा और बाकी वीडियोकॉन ने खरीद लिया।

इसके बाद 2013 में वीडियोकॉन ने ओएनजीसी विदेश लिमिटेड को यह हिस्सेदारी 2.475 अरब डॉलर में बेच दी।

सूत्रों ने बताया कि सरकार उन कारणों की तलाश कर रही है, जिनके चलते बीपीसीएल ने अनादार्को द्वारा पेशकश की गई पूरी 20 प्रतिशत हिस्सेदारी क्यों नहीं खरीदी।

इसके अलावा यदि वह 20 प्रतिशत हिस्सेदारी को विभाजित करके जोखिम को साझा करना चाहती थी, तो इसके लिए ओएनजीसी जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की किसी अन्य कंपनी को साजेदार क्यों नहीं बनाया गया।

इस बारे में टिप्पणी के लिए बीपीसीएल को भेजे गए एक ईमेल का कोई जवाब नहीं आया।

भाषा पाण्डेय मनोहर

मनोहर