नयी दिल्ली, 28 मार्च (भाषा) केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को बिहार में 3,712.40 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली चार लेन की पटना-सासाराम गलियारा परियोजना को मंजूरी दे दी।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने कहा कि वर्तमान में सासाराम, आरा और पटना के बीच संपर्क मौजूदा राज्य राजमार्गों (एसएच-2, एसएच-12, एसएच-81 और एसएच-102) पर निर्भर है और भारी भीड़भाड़ के कारण इसमें तीन-चार घंटे लगते हैं।
मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने पटना से बिहार में सासाराम (120.10 किमी) तक चार-लेन वाली पटना-आरा-सासाराम गलियारा के निर्माण को मंजूरी दे दी है।
इस परियोजना पर 3,712.40 करोड़ रुपये की कुल लागत आने का अनुमान है। इसे ‘हाइब्रिड एन्युटी मोड’ (एचएएम) पर विकसित किया जाएगा।
परियोजना के तहत मौजूदा पुराने राजमार्ग के 10.6 किलोमीटर के उन्नत किये जाने के साथ एक नया गलियारा विकसित किया जाएगा। इससे बढ़ती भीड़ को कम किया जा सकेगा और आरा, ग्राहिणी, पीरो, बिक्रमगंज, मोकर और सासाराम जैसे स्थानों में घनी आबादी वाले क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा।
यह परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग-19, राष्ट्रीय राजमार्ग-319, राष्ट्रीय राजमार्ग-922, राष्ट्रीय राजमार्ग-131 जी और राष्ट्रीय राजमार्ग-120 सहित प्रमुख परिवहन गलियारों के साथ एकीकृत होकर औरंगाबाद, कैमूर और पटना को निर्बाध संपर्क सुविधा प्रदान करेगी।
इसके अतिरिक्त, परियोजना दो हवाई अड्डों (पटना के जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और आगामी बिहटा हवाई अड्डे) को भी जोड़ता है।
यह चार प्रमुख रेलवे स्टेशनों (सासाराम, आरा, दानापुर और पटना) और एक अंतर्देशीय जल टर्मिनल (पटना) को जोड़ेगा और पटना रिंग रोड तक सीधी पहुँच बढ़ाएगा, जिससे माल और यात्रियों की तेज आवाजाही होगी।
पूरा होने पर, पटना-आरा-सासाराम गलियरा क्षेत्रीय आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे लखनऊ, पटना, रांची और वाराणसी के बीच संपर्क में सुधार होगा।
यह परियोजना 48 लाख मानव-दिवस रोजगार भी पैदा करेगी और पटना और उसके आसपास के विकासशील क्षेत्रों में विकास, प्रगति और समृद्धि के नए रास्ते खोलेगी।
भाषा राजेश राजेश रमण
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