नयी दिल्ली, एक जून (भाषा) कोल इंडिया (सीआईएल) में सरकार की तीन प्रतिशत तक हिस्सेदारी बिक्री के लिए बिक्री पेशकश (ओएफएस) के पहले दिन संस्थागत निवेशकों ने 6,500 करोड़ रुपये की बोलियां लगाईं।
संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित कुल 8.31 करोड़ शेयरों की पेशकश पर 28.76 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। संस्थागत निवेशकों के खंड को 3.46 गुना अभिदान मिला।
करीब 226.12 रुपये प्रति शेयर के सांकेतिक भाव पर संस्थागत निवेशकों द्वारा 6,500 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई गई हैं।
निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने ट्वीट किया, ‘‘कोल इंडिया की बिक्री पेशकश को गैर-खुदरा निवेशकों से काफी शानदार प्रतिक्रिया मिली है। उनके खंड को 3.46 गुना अभिदान मिला है और सरकार ने इसमें ग्रीन-शू विकल्प यानी अधिक अभिदान आने पर उसे रखने का फैसला किया है। खुदरा निवेशक शेयरों के लिए शुक्रवार को बोली लगा सकेंगे।’’
सरकार की फिलहाल कोल इंडिया में 66.13 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कोल इंडिया में हिस्सेदारी बिक्री से सरकार चालू वित्त वर्ष के 51,000 करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य के करीब पहुंच सकेगी।
दो दिन की बिक्री पेशकश में सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की कोयला कंपनी में अपनी तीन प्रतिशत हिस्सेदारी या 18.48 करोड़ शेयर 225 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर बेच रही है। इसमें अधिक अभिदान की स्थिति में 1.5 प्रतिशत का ग्रीन-शू विकल्प भी है।
बीएसई में कोल इंडिया का शेयर 4.42 प्रतिशत के नुकसान से 230.55 रुपये पर बंद हुआ।
भाषा अजय अजय रमण
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