कोविड19:फिक्की की बारहवीं कक्षा की परीक्षाए रद्द करने की मांग

कोविड19:फिक्की की बारहवीं कक्षा की परीक्षाए रद्द करने की मांग

कोविड19:फिक्की की बारहवीं कक्षा की परीक्षाए रद्द करने की मांग
Modified Date: November 29, 2022 / 08:44 pm IST
Published Date: May 30, 2021 2:39 pm IST

नयी दिल्ली 30 मई (भाषा) उद्योग संघ फिक्की ने केंद्र सरकार से कोविड-19 की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द करने और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों का मुल्यांकन वैकल्पिक विधि से जुलाई तक पूरी करने की मांग की है।

संगठन का कहना है कि विद्यार्थियों की आगे की पढ़ाई के अवसर प्रभावित न हों, ऐसे उपाय किए जाने चाहिए।

भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के अध्यक्ष उदय शंकर ने मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को लिखे पत्र में कहा कि शैक्षिक प्रगति को निर्धारित करने के लिए एक वैकल्पिक समाधान तैयार किया जाना चाहिए।

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उन्होंने कहा कि परीक्षाओं के देरी से उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिला लेने वाले छात्र तो प्रभावित होंगे ही तथा विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का लक्ष्य रखने वालों छात्र भी प्रभावित होंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना के नए मामलों की संख्या अभी भी काफी अधिक है। ऐसी स्थिति में छात्रों के लिए परीक्षाएं आयोजित करना उचित नहीं है और ऑनलाइन परीक्षाओं के लिए देश में आवश्यक बुनियाद ढांचा नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण, परीक्षाओ में देरी से छात्र संकट की स्थिति में फंसें रहेंगे। फिक्की कक्षा बारहवीं की परीक्षाओं को रद्द करने की मांग करती है।’’

देश में लगभग हर वर्ष पांच लाख से अधिक छात्र पढाई के लिए विदेश जाते है और इस वर्ष दो लाख छात्रों के दाखिले के आवेदनों की पुष्टि भी हो गई है।

फिक्की अध्यक्ष ने कहा कि विलंबित परीक्षाओं को समायोजित करने के लिए विदेशी विश्वविद्यालय अपनी समयसीमा में अब ढील नहीं देंगे। इसके कारण उन विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने वाले छात्रों को प्रक्रिया में बाधा आयेगी।

उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि बारहवीं कक्षा की मूल्यांकन प्रक्रिया जुलाई के मध्य तक पूरी हो जाए ताकि सभी छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के रास्ते खुल जाए।

भाषा जतिन मनोहर

मनोहर


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