नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) विमानन क्षेत्र के नियामक डीजीसीए ने बुधवार को कहा कि इंडिगो की उड़ानों में बड़े स्तर पर हो रही देरी और रद्दीकरण की जांच शुरू कर दी गई है।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयरलाइन से मौजूदा स्थिति के कारणों और अगले दिनों में सेवाओं को सामान्य करने की उसकी योजना का विस्तृत ब्योरा भी पेश करने को कहा है।
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने विभिन्न हवाई अड्डों पर 100 से अधिक उड़ानें रद्द कीं, जबकि कई उड़ानें बहुत देर से संचालित हुईं। इसके लिए चालक दल की कमी को जिम्मेदार बताते हुए अगले 48 घंटे के लिए उड़ान कार्यक्रम में ‘संतुलित समायोजन’ की घोषणा की गई है।
डीजीसीए ने बयान में कहा कि वह इस स्थिति की जांच कर रहा है और एयरलाइन के साथ मिलकर ऐसे कदम ढूंढ रहा है, जिनसे उड़ानों के रद्दीकरण एवं देरी को कम किया जा सके और यात्रियों को होने वाली असुविधा को घटाया जा सके।
डीजीसीए ने कहा, ‘‘इंडिगो को डीजीसीए मुख्यालय में पेश होकर यह बताना होगा कि मौजूदा अव्यवस्था किस कारण हुई और इसे दूर करने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं।’’
इंडिगो द्वारा हाल में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर महीने में कुल 1,232 उड़ानें रद्द हुईं। इनमें से 755 उड़ानें चालक दल की उपलब्धता और एफडीटीएल नियमों का अनुपालन न हो पाने के कारण रद्द करनी पड़ीं।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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