डिक्सन इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जे बनाएगी; टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स कर सकती है 2,000 करोड़ रुपये का निवेश |

डिक्सन इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जे बनाएगी; टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स कर सकती है 2,000 करोड़ रुपये का निवेश

डिक्सन इलेक्ट्रॉनिक कलपुर्जे बनाएगी; टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स कर सकती है 2,000 करोड़ रुपये का निवेश

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Modified Date: April 27, 2025 / 07:56 PM IST
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Published Date: April 27, 2025 7:56 pm IST

नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सेवा कंपनी डिक्सन टेक्नोलॉजीज इलेक्ट्रॉनिक्स कलपुर्जा विनिर्माण क्षेत्र में प्रवेश करेगी और निर्यात पर विचार करने से पहले उन्हें निजी जरूरतों के लिए उपयोग करेगी। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

सूत्रों के अनुसार, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स सरकार द्वारा शुरू की गई 23,000 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन योजना के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स कलपुर्जों के विनिर्माण के लिए 2,000 करोड़ रुपये का निवेश कर सकती है।

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने इस संबंध में भेजे गए प्रश्न पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ने इस संबंध में भेजे गए प्रश्न पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

इलेक्ट्रॉनिक्स कलपुर्जा विनिर्माण योजना (ईसीएमएस) के बारे में बात करते हुए डिक्सन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अतुल लाल ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स कलपुर्जा कंपनी के लिए विकास का अगला चरण है।

लाल ने कहा, “हमने डिस्प्ले मॉड्यूल के लिए पहले ही एक परियोजना शुरू कर दी है। हम कैमरा मॉड्यूल, मैकेनिकल एनक्लोजर और लिथियम आयन बैटरी जैसी विभिन्न अन्य कलपुर्जा श्रेणियों का मूल्यांकन कर रहे हैं। इसलिए हम गंभीरता से मूल्यांकन कर रहे हैं और हम ईसीएमएस में गंभीरता से भाग लेंगे।”

उन्होंने कहा कि शुरू में इन घटकों का उत्पादन निजी उपयोग के लिए किया जाएगा और बाद में बाहरी बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए इनका विस्तार किया जाएगा।

लाल ने कहा, “हम निजी उपयोग से आगे जाने वाले हैं और कुछ कलपुर्जों में भारत और डिक्सन वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी होने जा रहे हैं। इसलिए हम वैश्विक मूल्य शृंखला का हिस्सा बनने जा रहे हैं।”

डिक्सन मोटोरोला, शाओमी आदि सहित कई ब्रांड के लिए स्मार्टफोन बनाती है।

इसने विनिर्माण सुविधा के विस्तार के लिए वीवो के साथ एक समझौता भी किया है।

कंपनी ने एचपी के लिए लैपटॉप का विनिर्माण भी शुरू कर दिया है।

सरकार ने पिछले महीने 22,919 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ निष्क्रिय या गैर-सेमीकंडक्टर इलेक्ट्रॉनिक्स कलपुर्जों के लिए एक योजना को मंजूरी दी थी।

इस योजना से 91,600 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलने और करीब 59,350 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है।

भाषा अनुराग

अनुराग

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)