Donald Trump on India Trade: भारत की इस बात से चिढ़े बैठे हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, कहा- और ज्यादा टैरिफ लगाउंगा
Donald Trump on India Trade: भारत की इस बात से चिढ़े बैठे हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, कहा- और ज्यादा टैरिफ लगाउंगा
Donald Trump on India Trade: भारत की इस बात से चिढ़े बैठे हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप / Image Source: X
- रत पर अमेरिकी शुल्क में बढ़ोतरी की चेतावनी
- 5% तक आयात शुल्क और जुर्माना लगाने की बात
- ड डील पर बातचीत 25 से 29 अगस्त तक
न्यूयॉर्क: Donald Trump on India Trade चार अगस्त (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को चेतावनी देते हुए कहा कि वह रूस से तेल खरीदने की वजह से भारत पर अमेरिकी शुल्क में खासी बढ़ोतरी करने जा रहे हैं। ट्रंप ने भारत पर भारी मात्रा में रूस से तेल खरीदने और उसे बड़े मुनाफे पर बेचने का आरोप लगाया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘भारत रूस से भारी मात्रा में तेल सिर्फ खरीद ही नहीं रहा है, बल्कि उस तेल के बड़े हिस्से को खुले बाजार में ऊंचे दामों पर बेचकर भारी मुनाफा भी कमा रहा है।’
Donald Trump on India Trade इसके साथ ही ट्रंप ने कहा, ‘उसे (भारत को) इस बात की कोई परवाह नहीं है कि यूक्रेन में रूस की युद्ध मशीन कितने लोगों की जान ले रही है। इसी वजह से मैं भारत से अमेरिका को दिए जाने वाले शुल्क को काफी बढ़ाने जा रहा हूं।’ ट्रंप ने पिछले हफ्ते भारतीय आयात पर 25 प्रतिशत सीमा शुल्क लगाने के साथ ही रूस से तेल एवं गैस खरीदने पर जुर्माना लगाने की भी घोषणा की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूस से सैन्य उपकरण और कच्चा तेल खरीदने के लिए भारत पर जुर्माना लगाने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में आई अधिसूचना में इसका कोई उल्लेख नहीं किया गया था।
पिछले सप्ताह ट्रंप ने भारत और रूस के रिश्तों को लेकर तीखा हमला भी बोला था और कहा था कि दोनों देश अपनी ‘मृत अर्थव्यवस्थाओं’ को साथ में गर्त में ले जा सकते हैं। भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वह राष्ट्रीय हितों की रक्षा और संवर्धन के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा और वह शुल्क के प्रभावों की जांच कर रहा है। ट्रंप की इन घोषणाओं को भारत के साथ प्रस्तावित व्यापार समझौते में अमेरिका की मांगों के पक्ष में दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। अमेरिका अपने कृषि, डेयरी और आनुवंशिक रूप से संशोधित (जीएम) खाद्य पदार्थों पर भारत से शुल्क में रियायत मांग रहा है। भारत इन क्षेत्रों में कोई भी रियायत देने के खिलाफ है, ये लाखों छोटे और हाशिए पर पड़े किसानों की आजीविका से जुड़े हैं।
भारत ने कहा है कि वह इन शुल्कों के प्रभावों का अध्ययन कर रहा है और अभी भी एक निष्पक्ष, संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते पर पहुंचने की उम्मीद कर रहा है। दोनों देशों के बीच अब तक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है। अगले दौर की वार्ता के लिए अमेरिकी दल 25 अगस्त को भारत आ रहा है। वार्ता 29 अगस्त तक चलेगी।

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