Donald Trump’s New Tariffs: ट्रंप का टैरिफ तड़का, स्टील-एल्युमिनियम पर 50% शुल्क, भारत की इन कंपनियों पर पड़ेगा सीधा असर
Donald Trump's New Tariffs: ट्रंप का टैरिफ तड़का, स्टील-एल्युमिनियम पर 50% शुल्क, भारत की इन कंपनियों पर पड़ेगा सीधा असर
(Donald Trump's New Tariffs, Image Credit: Donald J. Trump X Handle)
- अमेरिका में स्टील-एल्युमिनियम पर टैरिफ 50% हुआ
- नया टैरिफ 4 जून 2025 से लागू
- भारत में सस्ते स्टील की ओवरडंपिंग का खतरा
Donald Trump’s New Tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पेंसिल्वेनिया की एक चुनावी रैली में बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि स्टील और एल्युमिनियम पर आयात शुल्क को 25% से बढ़ाकर 50% किया जा रहा है। यह नया टैरिफ 4 जून 2025 से लागू होगा। ट्रंप ने कहा कि इस फैसले से अमेरिकी स्टील उद्योग और खासतौर पर जापान निप्पन स्टील और यूएस स्टील जैसी कंपनियों को सीधा फायदा मिलेगा।
‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ के साथ उद्योग की वापसी
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रूथ’ पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘हमारा स्टील और एल्युमिनियम सेक्टर फिर से मजबूती से खड़ा हो रहा है। यह हमारे वर्कर्स के लिए बेहतरीन खबर है।’ उन्होंने दावा किया कि इस नीति से अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 14 बिलियन डॉलर का निवेश आएगा और 70,000 से ज्यादा रोजगार के अवसर बनेंगे। ट्रंप ने चीन की आलोचना करते हुए कहा कि ‘हम अमेरिका का भविष्य शंघाई के सस्ते स्टील से नहीं, बल्कि पीट्सबर्ग की ताकत और गौरव से बनाना चाहते हैं।’
भारत पर संभावित असर
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिका में टैरिफ बढ़ने के बाद भारत जैसे देशों में सस्ते स्टील का ओवरडंपिंग बढ़ सकता है। इसका असर स्थानीय कीमतों और मार्जिन पर पड़ सकता है। भारत पहले ही चीन, वियतनाम, कोरिया और थाईलैंड से आने वाले कुछ स्टील उत्पादों पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगा चुका है, ताकि घरेलू उद्योग को सुरक्षा मिल सके।
भारतीय कंपनियों के इन शेयरों पर दिखा असर
Tata Steel Limited: शुक्रवार को शेयर 1.30% की गिरावट के साथ 161 रुपये पर बंद हुआ। हालांकि इस साल अब तक इसमें 17% की तेजी आई है।
JSW Steel Limited: यह स्टॉक भी शुक्रवार को 1.21% गिरकर 994 रुपये पर बंद हुआ। साल 2025 में अब तक इसमें 9% से अधिक की तेजी देखी गई है।
कहां तक दिखेगा टैरिफ का असर?
डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने के फैसले का असर सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं रहेगा। इसका असर वैश्विक स्टील ट्रेड, खासकर भारत जैसे उभरते बाजारों पर भी दिख सकता है। निवेशकों को मेटल और स्टील सेक्टर से जुड़ी कंपनियों पर खास नजर बनाए रखने की जरूरत है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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