नयी दिल्ली, 25 दिसंबर (भाषा) उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने राष्ट्रीय खुदरा व्यापार नीति के मसौदे पर 16 विभागों और मंत्रालयों के विचार मांगे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि इसका मकसद क्षेत्र के सभी प्रारूपों का समग्र विकास करना है।
अधिकारी ने कहा कि सभी विभागों और मंत्रालयों की टिप्पणियां मिलने के बाद डीपीआईआईटी इस नीति पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मांगेगा।
नीति लक्षित प्रयासों के जरिए खुदरा व्यापार के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसके लिए वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी और टिकाऊ वातावरण बनाने पर जोर दिया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि नीति का मकसद किफायती ऋण तक आसान और तेज पहुंच सुनिश्चित करना, आधुनिक तकनीक और बेहतर ढांचागत समर्थन मुहैया कराना, कौशल विकास को बढ़ावा देना और श्रम उत्पादकता में सुधार करना शामिल है।
भारत खुदरा क्षेत्र में दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा बाजार है।
भाषा पाण्डेय
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