नयी दिल्ली, एक नवंबर (भाषा) देश में बिजली की खपत अक्टूबर में छह प्रतिशत घटकर 132 अरब यूनिट रह गई, जो पिछले साल इसी महीने 140.47 अरब यूनिट थी। इसकी मुख्य वजह शीतलन उपकरणों का कम इस्तेमाल है। अक्टूबर में देश के कई हिस्सों में बारिश भी हुई।
विशेषज्ञों के अनुसार बिजली की खपत में गिरावट का कारण देश के कुछ हिस्सों में इस महीने हुई बेमौसम बारिश और सर्दियों के मौसम की शुरुआत है। इस वजह से तापमान नियंत्रण में रहा।
अक्टूबर के दौरान बिजली की अधिकतम मांग 210.71 गीगावाट रही, जो अक्टूबर 2024 में दर्ज 219.22 गीगावाट से कम है।
मई 2024 में बिजली की अधिकतम मांग लगभग 250 गीगावाट के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गई थी। हालांकि इस गर्मी (अप्रैल से) के दौरान जून में बिजली की अधिकतम मांग 242.77 गीगावाट दर्ज की गई थी।
विशेषज्ञों ने कहा कि तापमान में कमी के कारण नवंबर में भी बिजली की मांग और खपत कम रहने की संभावना है।
भाषा पाण्डेय
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