घरेलू कोकिंग कोयले का उत्पादन बढ़ाने पर काम कर रही सरकार: इस्पात सचिव

घरेलू कोकिंग कोयले का उत्पादन बढ़ाने पर काम कर रही सरकार: इस्पात सचिव

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  • Publish Date - September 15, 2022 / 05:22 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) सरकार कोकिंग कोयले का घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए काम कर रही है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारी ने कहा कि देश का वित्त वर्ष 2030-31 तक 30 करोड़ टन इस्पात उत्पादन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य है।

इस्पात बनाने के लिए कोकिंग कोल एक आवश्यक कच्चा माल है। देश अपनी 85 प्रतिशत कोकिंग कोयले की जरूरत आयात से पूरा करता है।

इस्पात सचिव संजय कुमार सिंह ने ई-मार्केटप्लेस एमजंक्शन द्वारा आयोजित ‘भारतीय इस्पात बाजार सम्मेलन’ से इतर कहा कि सरकार ने कोकिंग कोयले पर शुल्क को हटाने का एक अहम फैसला लिया है।

सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया कि इस क्षेत्र (कोकिंग कोल) में हमेशा से कीमतों में वृद्धि का मुद्दा रहा है। हालांकि, हाल ही में कीमतों में कमी आई है। इसके समाधान के लिए हमारी जरूरत के हिसाब से कोकिंग कोयले का उत्पादन देश में ही होना चाहिए और उसके लिए कोयला मंत्रालय काम कर रहा है।

हाल ही में केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा था कि इस्पात उद्योग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कोकिंग कोयला खनन में निवेश की जरूरत है।

भारत ने 12 करोड़ टन कच्चे इस्पात के उत्पादन के लिए वित्त वर्ष 2021-22 में 5.7 लाख टन कोकिंग कोयले का आयात किया।

भाषा रिया अजय

अजय