नयी दिल्ली, 19 जून (भाषा) बिजली क्षेत्र की कंपनी हिंदुस्तान पावर ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसे बिहार में 120 मेगावाट घंटा क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली विकसित करने के लिए आशय पत्र मिला है।
कंपनी ने बयान में कहा कि शुल्क-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली के तहत मिली इस परियोजना को ‘बीओओटी’ (बनाओ, अपनाओ, चलाओ, सौंप दो) मॉडल के आधार पर लागू किया जाएगा।
बयान के मुताबिक, कंपनी को बिहार में तीन महत्वपूर्ण ग्रिड उप-केंद्रों में कुल 120 मेगावाट घंटा की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली लगाने के लिए बिहार राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड से एक आशय पत्र (एलओआई) दिया गया है।
हिंदुस्तान पावर ने कहा कि ये प्रतिष्ठान बिहार के भागलपुर, उदाकिशनगंज और सीतामढ़ी में विकसित किए जाएंगे।
बैटरी ऊर्जा भंडारण की पूरी क्षमता को खरीद समझौते की प्रभावी तिथि से 18 महीने के भीतर चालू करने की बात कही गई है।
यह पहल बिहार में केंद्र सरकार द्वारा अनुमोदित 500 मेगावाट घंटा की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली लगाने की परियोजना का हिस्सा है। इससे न केवल निर्बाध एवं उच्च-गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी, बल्कि अधिक मांग वाले समय में मांग एवं आपूर्ति को संतुलित करने में भी मदद करेगी।
हिंदुस्तान पावर के चेयरमैन रतुल पुरी ने कहा, ‘‘यह साझेदारी तकनीकी नवोन्मेषण और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह स्वच्छ ऊर्जा भविष्य के निर्माण की दिशा में एक प्रगतिशील कदम है, और हम राज्य की स्वच्छ ऊर्जा महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करने के लिए समर्पित हैं।’’
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प्रेम अजय
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