नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) इस साल 25 दिसंबर तक देश के नौ शहरों में आवासीय संपत्तियों का पंजीकरण पांच प्रतिशत घटकर 5.45 लाख इकाई रहा। इस दौरान कुल मूल्य 11 प्रतिशत बढ़कर 4.46 लाख करोड़ रुपये हो गया। रियल एस्टेट सलाहकार कंपनी स्क्वायर यार्ड्स ने मंगलवार को यह कहा।
स्क्वायर यार्ड्स के अनुसार, पुणे, ठाणे, मुंबई, नवी मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में पंजीकृत संपत्तियों से जुड़े आंकड़े जारी किए। ये आंकड़े प्राथमिक और द्वितीयक (पुराने घर की बिक्री) दोनों बाजारों में हुए लेनदेन से संबंधित हैं।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ”2025 में भारत के नौ प्रमुख आवासीय बाजारों में पंजीकृत आवासीय लेनदेन सालाना आधार पर पांच प्रतिशत घटा, जबकि इसी अवधि में कुल बिक्री मूल्य 11 प्रतिशत से अधिक बढ़ा।”
वर्ष 2024 में पंजीकरण की संख्या 5.77 लाख इकाई रही थी, जिनका कुल मूल्य 4.03 लाख करोड़ रुपये था।
स्क्वायर यार्ड्स के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी तनुज शोरी ने कहा, ”अधिक खर्च योग्य आय वाले समृद्ध भारतीयों की संख्या में तेज बढ़ोतरी के बीच 2025 में खासकर मुंबई महानगरीय क्षेत्र जैसे बाजारों में प्रीमियम और लक्जरी आवासों का कुल मूल्य में वर्चस्व रहा।”
उन्होंने कहा, ”हालांकि मांग संरचनात्मक रूप से मजबूत बनी हुई है, लेकिन 2026 में लक्जरी खंड में वृद्धि की रफ्तार धीमी रहने की संभावना है, जो नरमी के बजाय स्थिरता के दौर की शुरुआत का संकेत देती है।”
भाषा पाण्डेय रमण
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