आईएटीए की 42 वर्ष बाद भारत में आम बैठक, प्रधानमंत्री प्रतिनिधियों को कर सकते हैं संबोधित

आईएटीए की 42 वर्ष बाद भारत में आम बैठक, प्रधानमंत्री प्रतिनिधियों को कर सकते हैं संबोधित

आईएटीए की 42 वर्ष बाद भारत में आम बैठक, प्रधानमंत्री प्रतिनिधियों को कर सकते हैं संबोधित
Modified Date: May 30, 2025 / 05:20 pm IST
Published Date: May 30, 2025 5:20 pm IST

नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में विमानन कंपनियों के समूह अंरराष्ट्रीय वायु यातायात संघ (आईएटीए) की वार्षिक आम बैठक और विश्व हवाई परिवहन शिखर सम्मेलन के लिए वैश्विक विमानन उद्योग के दिग्गज एक से तीन जून तक एकत्र होंगे। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रतिनिधियों को संबोधित कर सकते हैं।

शिखर सम्मेलन में करीब 1,700 प्रतिभागियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। वार्षिक आम बैठक (एजीएम) 42 वर्ष के बाद भारत में आयोजित की जाएगी।

आईएटीए ने शुक्रवार को बयान में कहा, ‘‘ इंडिगो इस कार्यक्रम की मेजबान विमानन कंपनी है। कार्यक्रम को भारत में आखिरी बार 1983 में आयोजित किया गया था। इसमें भाग लेने के लिए करीब 1,700 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें उद्योग जगत के दिग्गज, सरकारी अधिकारी और मीडियाकर्मी शामिल हैं।’’

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मोदी के दो जून को प्रतिनिधियों को संबोधित कर सकते हैं।

आईएटीए के महानिदेशक विली वॉल्श ने कहा कि समूह 42 वर्ष के अंतराल के बाद आईएटीए आम बैठक को भारत में आयोजित करने को लेकर उत्साहित है। वैश्विक विमानन जगत में भारत का स्थान बदल गया है।

उन्होंने कहा कि देश रिकॉर्ड विमान ऑर्डर, प्रभावशाली वृद्धि और विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के विकास का साक्षी बना है।

आईएटीए के अनुसार, भारत का विमानन उद्योग प्रत्यक्ष रूप से 3,69,700 लोगों को रोजगार देता है। इसका सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 5.6 अरब अमेरिकी डॉलर का योगदान है।

विश्व हवाई परिवहन शिखर सम्मेलन (डब्ल्यूएटीएस) का आयोजन आम बैठक के तुरंत बाद किया जाएगा। इसमें विमानन उद्योग के समक्ष पेश होने वाले प्रमुख मुद्दों को उठाया जाएगा।

भारतीय विमानन कंपनियां एयर इंडिया, इंडिगो और स्पाइसजेट आईएटीए की सदस्य हैं।

भाषा निहारिका रमण

रमण


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