भारत ने 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण लक्ष्य को निर्धारित समय से पांच वर्ष पहले हासिल किया: इस्मा

भारत ने 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण लक्ष्य को निर्धारित समय से पांच वर्ष पहले हासिल किया: इस्मा

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  • Publish Date - July 25, 2025 / 12:57 PM IST,
    Updated On - July 25, 2025 / 12:57 PM IST

नयी दिल्ली, 25 जुलाई (भाषा) भारत ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य निर्धारित समय से पांच साल पहले ही हासिल कर लिया है।

भारतीय चीनी एवं जैव ऊर्जा विनिर्माता संघ (इस्मा) ने शुक्रवार को बयान में कहा कि यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रशासन के तहत 2014 में कार्यक्रम की शुरुआत के समय की मामूली 1.5 प्रतिशत मिश्रण दर के बाद उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाती है।

चीनी उद्योग निकाय इस्मा के आंकड़ों के अनुसार, एथनॉल मिश्रण कार्यक्रम ने पर्याप्त आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ प्रदान किए हैं।

एथनॉल उत्पादन 2014 में 38 करोड़ लीटर से बढ़कर जून 2025 तक 661 करोड़ लीटर हो गया, जबकि कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में 698 लाख टन की कमी आई।

इस कार्यक्रम ने भारत के कृषि क्षेत्र को महत्वपूर्ण वित्तीय लाभ प्रदान किया है, जिससे किसानों को 1.18 लाख करोड़ रुपये और ‘डिस्टिलरी’ को 1.96 लाख करोड़ रुपये की आय हुई है। इस पहल से भारत को विदेशी मुद्रा लागत में 1.36 लाख करोड़ रुपये की बचत करने में भी मदद मिली है।

इस्मा के महानिदेशक दीपक बल्लानी ने कहा, ‘‘ यह उपलब्धि भारत की ऊर्जा स्वतंत्रता और ग्रामीण समृद्धि के लिए एक बड़ी छलांग है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ सरकार की अटल नीति दिशा एवं दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल इस राष्ट्रीय सफलता को निर्धारित समय से पांच वर्ष पहले ही संभव बना दिया है, बल्कि हरित ऊर्जा में हमारे सामूहिक भविष्य के लिए एक शक्तिशाली मिसाल भी स्थापित की है।’’

इस्मा के अनुसार, चीनी उद्योग ने भारत के एथनॉल से होने वाले आर्थिक मुनाफे में केंद्रीय भूमिका निभाई है तथा गन्ने के रस, बी-भारी शीरा एवं अन्य कृषि उप-उत्पादों से प्राप्त जैव ईंधन की आपूर्ति की है।

उद्योग संघ ने कहा कि मूल रूप से 2030 के लिए निर्धारित 20 प्रतिशत के मिश्रण लक्ष्य को शीघ्र हासिल करना ग्रामीण आर्थिक वृद्धि को समर्थन देते हुए जीवाश्म ईंधन आयात पर निर्भरता कम करने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

भाषा निहारिका मनीषा

मनीषा