भारत ने पहली बार ओमान के साथ व्यापार समझौते में पारंपरिक दवाओं को शामिल किया

भारत ने पहली बार ओमान के साथ व्यापार समझौते में पारंपरिक दवाओं को शामिल किया

भारत ने पहली बार ओमान के साथ व्यापार समझौते में पारंपरिक दवाओं को शामिल किया
Modified Date: December 18, 2025 / 04:35 pm IST
Published Date: December 18, 2025 4:35 pm IST

मस्कट, 18 दिसंबर (भाषा) ओमान के साथ हुए मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) में पहली बार भारत की पारंपरिक औषधियों को शामिल किया गया है।

इससे खाड़ी देशों में आयुष उत्पादों के लिए बाजार पहुंच बढ़ेगी।

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एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘समझौते का एक महत्वपूर्ण पहलू ओमान की पारंपरिक चिकित्सा के प्रति प्रतिबद्धता है, जो आपूर्ति के सभी तरीकों तक विस्तारित है। यह किसी भी देश द्वारा की गई इस तरह की पहली व्यापक प्रतिबद्धता है और इससे भारत के आयुष और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों को खाड़ी क्षेत्र में अपनी ताकत दिखाने का एक महत्वपूर्ण अवसर मिलेगा।’

आयुष मंत्रालय ने भारतीय पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए विभिन्न पहल शुरू की हैं।

भारत का कुल आयुष निर्यात 2014 में 1.09 अरब अमेरिकी डॉलर था, जो 2020 में बढ़कर 1.54 अरब डॉलर हो गया।

भाषा योगेश रमण

रमण


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