भारत, मालदीव के बीच टूना उद्योग, जलीय कृषि को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य पालन समझौता

भारत, मालदीव के बीच टूना उद्योग, जलीय कृषि को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य पालन समझौता

भारत, मालदीव के बीच टूना उद्योग, जलीय कृषि को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य पालन समझौता
Modified Date: July 26, 2025 / 06:39 pm IST
Published Date: July 26, 2025 6:39 pm IST

नयी दिल्ली, 26 जुलाई (भाषा) भारत और मालदीव ने एक मत्स्य पालन सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे मालदीव को अपनी मछली प्रसंस्करण क्षमताओं को बढ़ाने और टिकाऊ तरीके से टूना मछली उद्योग को मजबूत करने में मदद मिलेगी।

समझौते से भारत को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद महासागर क्षेत्र के गहरे समुद्र में मत्स्य पालन संसाधनों तक बेहतर पहुंच मिलेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मालदीव यात्रा के दौरान शुक्रवार को इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान दोनों देशों के बीच छह द्विपक्षीय समझौते हुए।

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एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि भारत के मत्स्य विभाग और मालदीव के मत्स्य पालन एवं महासागर संसाधन मंत्रालय के बीच यह समझौता हुआ। इस समझौते का मकसद टिकाऊ तरीके से टूना उत्पादन और गहरे समुद्र में मत्स्य पालन को बढ़ावा देना, जलीय कृषि और संसाधन प्रबंधन को मजबूत करना और मत्स्य पालन आधारित पर्यटन को बढ़ावा देना है।

भाषा पाण्डेय

पाण्डेय


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