आवास मूल्य सूचकांक में भारत 55 देशों की सूची में 54वें स्थान पर, जून तिमाही में 0.5 प्रतिशत घटे दाम

आवास मूल्य सूचकांक में भारत 55 देशों की सूची में 54वें स्थान पर, जून तिमाही में 0.5 प्रतिशत घटे दाम

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  • Publish Date - September 14, 2021 / 07:04 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:49 PM IST

नयी दिल्ली, 14 सितंबर (भाषा) दुनियाभर में घरों के दाम में होने वाली वृद्धि के मामले में जून तिमाही के दौरान तुर्की पहले स्थान पर रहा है जबकि न्यूजीलैंड दूसरे और अमेरिका तीसरे स्थान पर रहा है। इस सूचकांक में भारत 54वें स्थान पर रहा क्योंकि भारत में जून तिमाही के दौरान आवासों के दाम 0.5 प्रतिशत घटे हैं।

आवास मूल्य सूचकांक में भारत दुनिया के 55 देशों में 54वें स्थान पर रहा है। इस दौरान देश में आवासीय संपत्तियों के दाम सालाना आधार पर जून तिमाही में 0.5 प्रतिशत घटे हैं। नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

इससे पहले चालू कैलेंडर वर्ष की पहली तिमाही में भारत वैश्विक आवास मूल्य सूचकांक में 55वें स्थान पर था और अब जून में समाप्त तिमाही में 54वें स्थान पर रहा है।

घरों के दाम में 29.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ तुर्की सालाना रैंकिंग में पहले स्थान पर कायम है। न्यूजीलैंड 25.9 प्रतिशत वृद्धि के साथ दूसरे और अमेरिका 18.6 प्रतिशत वृद्धि के साथ तीसरे स्थान पर रहा है।

वैश्विक आवास मूल्य सूचकांक 55 देशों में आवासीय संपत्तियों की कीमतों की निगरानी करता है। चालू कैलेंडर वर्ष की दूसरी तिमाही में 18 देशों में घरों की कीमतों में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। सिर्फ भारत और स्पेन ही ऐसे देश रहे जहां मकान सस्ते हुए। आस्ट्रेलिया में घरों की कीमतों में 16.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह 2003 के बाद सबसे ऊंची वृद्धि है।

नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर की वजह से पुनरुद्धार प्रभावित होने के बावजूद भारत में मुख्यधारा की आवासीय इकाइयों के दाम नीचे की ओर झुकाव के साथ लगभग स्थिर रहे। ‘‘कोविड-19 के मामलों में कमी तथा टीकाकरण अभियान की वजह से आगामी तिमाही में घरों की मांग में उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है।’’

भाषा अजय

अजय महाबीर

महाबीर