भारत 2025 के अंत तक होगा दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्थाः नीति आयोग सदस्य विरमानी

भारत 2025 के अंत तक होगा दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्थाः नीति आयोग सदस्य विरमानी

भारत 2025 के अंत तक होगा दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्थाः नीति आयोग सदस्य विरमानी
Modified Date: May 26, 2025 / 08:13 pm IST
Published Date: May 26, 2025 8:13 pm IST

(बिजय कुमार सिंह)

नयी दिल्ली, 26 मई (भाषा) नीति आयोग के सदस्य अरविंद विरमानी ने सोमवार को कहा कि भारत वर्ष 2025 के अंत तक जापान को पछाड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है।

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अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने अप्रैल में जारी अपनी विश्व आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट में कहा था कि भारत के 2025 में 4.19 लाख करोड़ डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के साथ जापान से आगे निकलकर दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है।

विरमानी ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, ‘‘भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की प्रक्रिया में है। मुझे व्यक्तिगत रूप से विश्वास है कि 2025 के अंत तक ऐसा हो जाएगा, क्योंकि हमें यह कहने के लिए सभी 12 माह के जीडीपी आंकड़ों की जरूरत है। इसलिए तब तक यह एक पूर्वानुमान ही रहेगा।’’

इससे पहले नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा था कि भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।

इस बारे में टिप्पणी के लिए कहे जाने पर प्रख्यात अर्थशास्त्री ने कहा, ‘‘यह एक जटिल सवाल है और मुझे वास्तव में नहीं पता कि किसी ने क्या शब्द इस्तेमाल किए हैं। शायद कोई शब्द छूट गया हो या कुछ और हो।’’

सुब्रमण्यम ने हाल ही में आईएमएफ के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा था कि आज भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार जापान से बड़ा हो चुका है।

सुब्रमण्यम ने कुछ दिन पहले कहा था, ‘‘मैं जब बोल रहा हूं, तब हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। मैं जब बोल रहा हूं, तब हम चार लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था हो चुके हैं।’’

सुब्रमण्यम ने कहा था, ‘‘केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से बड़े हैं और अगर हम अपनी योजना और सोच-विचार पर टिके रहते हैं, तो ढ़ाई-तीन साल में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे।’’

विरमानी ने इस बयान पर कहा, ‘‘जब हम सार्वजनिक रूप से अर्थव्यवस्थाओं के आकार पर चर्चा करते हैं, तो आमतौर पर अमेरिकी डॉलर की मौजूदा कीमतों का इस्तेमाल करते हैं। जब हम अर्थव्यवस्था की तुलना करते हैं, तो हम आमतौर पर ऐसा वार्षिक जीडीपी के संदर्भ में करते हैं।’’

विरमानी ने कहा कि अप्रैल में जारी अपनी रिपोर्ट में मुद्राकोष ने एक सटीक संख्या दी थी जिससे पता चला कि 2025 के पूरे साल के लिए भारत की जीडीपी जापान की तुलना में अधिक हो जाएगी।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहूंगा कि मुझे ऐसा होने का पूरा विश्वास है। लेकिन सटीक आंकड़ा शायद जनवरी या फरवरी तक उपलब्ध नहीं हो पाएगा, क्योंकि हम पूरे वर्ष की बात कर रहे हैं।’’

मौजूदा कीमतों पर भारत की जीडीपी वर्ष 2025 (वित्त वर्ष 2025-26) के लिए 4.187 लाख करोड़ डॉलर होने की उम्मीद है, जो जापान की संभावित जीडीपी 4.186 लाख करोड़ डॉलर से थोड़ा अधिक होगी।

आईएमएफ ने कहा था कि भारत की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी होकर 2025 में 2,880 डॉलर हो जाएगी जबकि 2013-14 में यह 1,438 डॉलर थी।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय


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