(तस्वीर के साथ)
वाशिंगटन, 14 फरवरी (भाषा) भारत और अमेरिका ने इस साल तक पारस्परिक रूप से लाभकारी महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते के पहले चरण को पूरा करने पर सहमति व्यक्त की है। साथ ही 2030 तक वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा।
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साथ ही आगाह किया कि भारत पर जवाबी शुल्क लगाने से अमेरिका परहेज नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ट्रंप के बीच बैठक में व्यापार और शुल्क से संबंधित मुद्दों पर व्यापक रूप से चर्चा हुई। यह बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा अमेरिका के सभी व्यापारिक साझेदारों पर जवाबी शुल्क लगाने की नीति की घोषणा करने के कुछ ही घंटों बाद हुई।
मोदी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने बृहस्पतिवार (भारतीय समयानुसार शुक्रवार का दिन) को घोषणा की कि वह और मोदी एक समझौते पर सहमत हुए हैं, जिससे भारत को अमेरिका से अधिक तेल व गैस आयात करने में सुविधा होगी, जिससे भारत के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा कम होगा।
भारत और अमेरिका के बीच पिछले साल द्विपक्षीय व्यापार करीब 130 अरब डॉलर था और अमेरिका का व्यापार घाटा फिलहाल करीब 45 अरब डॉलर है।
अधिकारियों के अनुसार, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए आपसी प्रतिबद्धता जाहिर की।
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ बाजार पहुंच के संबंध में दोनों पक्षों की चिंताओं और भारत तथा अमेरिका जैसे देशों में खपत का लाभ उठाने वाली अधिक क्षमता वाले ‘‘अन्य क्षेत्रों’’ से उत्पन्न चिंताओं पर विस्तृत चर्चा की।
उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने समग्र परिप्रेक्ष्य में इन मुद्दों के समाधान के तरीकों तथा साधनों पर चर्चा की और अधिकारियों को इन चिंताओं के समाधान के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते पर मिलकर काम करने का निर्देश दिया।
हालांकि, शुल्क के मुद्दे पर ट्रंप ने कहा, ‘‘ भारत जो भी शुल्क लेगा, हम भी वही शुल्क लेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत के साथ वैसा ही व्यवहार कर रहे हैं जैसा वह हमारे साथ कर रहा है।’’
ट्रंप ने पत्रकारों के साथ बातचीत में भारत द्वारा कुछ अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए आयात शुल्क को ‘‘बहुत अनुचित’’ और ‘‘कड़ा’’ बताया।
संयुक्त बयान के अनुसार, मोदी और ट्रंप ने निष्पक्षता, राष्ट्रीय सुरक्षा और रोजगार सृजन सुनिश्चित करने वाली वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका-भारत व्यापार संबंधों को बढ़ाने का संकल्प लिया।
इसमें कहा गया, ‘‘ इस उद्देश्य से, नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार के लिए एक साहसिक नया लक्ष्य ‘मिशन 500’ – जिसका लक्ष्य 2030 तक कुल द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना से अधिक बढ़ाकर 500 अरब अमेरिकी डॉलर करना है…निर्धारित किया।’’
भाषा निहारिका संतोष
संतोष
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