नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा) भारत की 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था बनने की आकांक्षा श्रम मुद्दों के कारण बाधित नहीं होगी। नीति आयोग के वाइस चेयरमैन सुमन बेरी ने शुक्रवार को यह बात कही।
बेरी ने वैश्विक नवाचार सूचकांक (जीआईआई) 2023 जारी करने के मौके पर कहा कि श्रम की उत्पादकता बढ़ाने और पूंजी का अधिक उत्पादक रूप से उपयोग करने के लिए नवाचार का उपयोग किया जा रहा है।
जिनेवा स्थित विश्व बौद्धिक संपदा संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत ने वैश्विक नवाचार सूचकांक 2023 रैंकिंग में 132 अर्थव्यवस्थाओं में अपना 40वां स्थान बरकरार रखा है।
उन्होंने कहा, ”भारत की 2047 तक विकसित देश का दर्जा पाने की आकांक्षा श्रम की उपलब्धता से बाधित नहीं होने वाली हैं। हम जनसांख्यिकी रूप से एक अच्छी स्थिति में हैं।”
बेरी ने कहा कि श्रम और पूंजी का अधिक उत्पादक रूप से उपयोग किया जा सकता है।
हाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उम्मीद जताई थी कि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा।
कार्यक्रम में नीति आयोग के सीईओ बी वी आर सुब्रमण्यम ने कहा कि आयोग नवाचार परिवेश को आगे बढ़ाने के लिए पूरे देश में कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है।
भाषा पाण्डेय रमण
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