नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) संकटग्रस्त इंडसइंड बैंक को पिछले वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में एकीकृत आधार पर 2,328.9 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। निजी क्षेत्र के बैंक को यह घाटा उच्च प्रावधान और कम आमदनी के कारण हुआ है।
वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में बैंक को 2,349.15 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ था।
बैंक पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की मार्च तिमाही के दौरान लेखांकन चूक, सूक्ष्म-वित्त खंड में धोखाधड़ी और बहीखाते खुलासे में उलझा हुआ है, जिसके कारण आंतरिक ऑडिट समीक्षा, शीर्ष अधिकरियों के इस्तीफे और फॉरेंसिक जांच शुरू हो गई है।
बैंक ने मार्च तिमाही के दौरान 2,522 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी अवधि में किए गए 950 करोड़ रुपये के प्रावधान से अधिक है।
तिमाही के दौरान बैंक की ब्याज आय 13 प्रतिशत घटकर 10,634 करोड़ रुपये रह गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 की मार्च तिमाही में 12,199 करोड़ रुपये थी।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए, इंडसइंड बैंक का शुद्ध लाभ 71 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 2,576 करोड़ रुपये रहा।
वित्त वर्ष 2023-24 में बैंक को 8,977 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
पिछले वित्त वर्ष के दौरान बैंक का प्रावधान बढ़कर 7,136 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 3,885 करोड़ रुपये था।
भाषा अनुराग अजय
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