नयी दिल्ली, छह अप्रैल (भाषा) अमेरिका के गैर-लाभकारी संगठन इंस्टिट्यूट फॉर सस्टेनेबल कम्युनिटीज (आईएससी) तथा सार्वजनिक क्षेत्र की ऊर्जा दक्षता सेवा लि. (ईईएसएल) ने अपने राष्ट्रीय मोटर बदलाव कार्यक्रम (एनएमआरपी) के तहत सालाना 6.2 करोड़ डॉलर या 454 करोड़ रुपये की बिजली बचाने का लक्ष्य रखा है।
एक बयान में कहा गया है कि आईएससी और ईईएसएल ने एनएमआरपी के तहत 73 लाख डॉलर की ऊर्जा की बचत की है।
अब यह गठजोड़ पुरानी पड़ चुकी बेकार मोटरों को बदलकर 66.5 एमकेडब्ल्यूएच ऊर्जा बचत की संभावना पर काम कर रहा है। इससे सालाना 6.2 करोड़ डॉलर की बिजली बचाई जा सकेगी। अभी तक यह गठजोड़ 73 लाख डॉलर की बिजली बचा चुका है।
आईएससी शुरुआत से ही एनएमआरपी के क्रियान्वयन के लिए ईईएसएल के साथ जुड़ा है। यह संयुक्त रूप से एशिया में उद्योग के लिए ऊर्जा दक्षता गठबंधन (ई2 अलायंस) का क्रियान्वयन कर रहा है।
इस परियोजना का मकसद भारत में अधिक दक्ष मोटरों के इस्तेमाल से औद्योगिक ऊर्जा दक्षता को बढ़ाना है। देश में कुल बिजली खपत में भारत के औद्योगिक क्षेत्र का हिस्सा 40 प्रतिशत है। इसमें 60 प्रतिशत बिजली की खपत इलेक्ट्रिक मोटरों से होती है।
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