जिंदल स्टेनलेस स्टील कार्बन उत्सर्जन में कटौती के लिए उठा रही कई कदम: अभ्युदय जिंदल

जिंदल स्टेनलेस स्टील कार्बन उत्सर्जन में कटौती के लिए उठा रही कई कदम: अभ्युदय जिंदल

जिंदल स्टेनलेस स्टील कार्बन उत्सर्जन में कटौती के लिए उठा रही कई कदम: अभ्युदय जिंदल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:38 pm IST
Published Date: September 11, 2022 1:39 pm IST

नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड (जेएसएल) अपने मौजूदा और भावी संयंत्रों से कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए कई उठा रही है जिनमें नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताओं की स्थापना करना शामिल है। कंपनी के प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने यह बात कही है।

जिंदल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि 2021-22 के दौरान जेएसएल ने अपने कार्बन उत्सर्जन में 3,100 टन की कटौती की है और ताप ऊर्जा से चलने वाले विनिर्माण केंद्र की जगह नवीकरणीय ऊर्जा के सौर और पवन ऊर्जा जैसे विकल्पों को अपनाने की दिशा में बढ़ना शुरू कर दिया है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस दिशा में आगे बढ़ते हुए हम अपने मौजूदा और भावी संयंत्रों से कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहे हैं। यह शून्य कार्बन उत्सर्जन के सरकार के मिशन को समर्थन देने के लिए है।’’

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जिंदल ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में जेएसएल ओडिशा, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों में 300 मेगावॉट की सौर और पवन ऊर्जा स्थापित करने के लिए साझेदारों की तलाश कर रही है। इसके लिए निवेश संयुक्त उपक्रम बनाकर किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि कंपनी ने हरित हाइड्रोजन संयंत्र की स्थापना करने के लिए हाइजेनको इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ भी साझेदारी की है। यह इकाई कंपनी को अपने कार्बन उत्सर्जन में सालाना 2,700 टन की कटौती करने में मदद देगी। जिंदल ने कहा, ‘‘हरित हाइड्रोजन संयंत्र स्थापित वाली जिंदल स्टेनलेस स्टील भारत की पहली और इकलौती स्टनेलेस स्टील कंपनी हैं।’’

जिंदल ने बताया कि सौर, पवन और हाइड्रोजन इकाइयों से जो ऊर्जा प्राप्त होगी उसका उपयोग स्टेनलेस स्टील विनिर्माण संयंत्रों में विभिन्न प्रक्रियाओं में किया जाएगा।

भाषा मानसी अजय

अजय


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