जेएनपीटी ने तटीय नौवहन के लिए नवनिर्मित बर्थ पर परीक्षण अभियान चलाया

जेएनपीटी ने तटीय नौवहन के लिए नवनिर्मित बर्थ पर परीक्षण अभियान चलाया

जेएनपीटी ने तटीय नौवहन के लिए नवनिर्मित बर्थ पर परीक्षण अभियान चलाया
Modified Date: November 29, 2022 / 09:00 pm IST
Published Date: July 9, 2021 4:22 pm IST

मुंबई, नौ जुलाई (भाषा) देश के प्रमुख कंटेनर बंदरगाह जेएनपीटी (मुंबई ) ने तटीय पोत-परिवहन के लिए नवनिर्मित बर्थ (घाट) का परीक्षण शुरू किया है। शुक्रवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है।

परीक्षण की शुरुआत ओएनजीसी के अपतटीय आपूर्ति पोत ‘ग्रेटशिप धृति’ के साथ की गयी।

जेएनपीटी ने कहा कि यह नयी गोदी, तटीय पोत-परिवहन सेवाओं बेहतर आधारभूत ढांचा प्रदान करेगी। इससे रेल एवं सड़क नेटवर्क पर बोझ को कम होगा और लागत-प्रतिस्पर्धी और प्रभावी बहु–प्रणाली पाली मोडल परिवहन सुविधा मिलेगी। इस गोदी के जरिए सालाना 25 लाख टन ब्रेक और शुष्क माल की ढुलाई होने का अनुमान है।

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बर्थ (गोदी) का निर्माण नवंबर 2020 में पूरा हुआ था।

सरकार के स्वामित्व वाले बंदरगाह परिचालक ने कहा कि कार्गो यार्ड के लिए 11 हेक्टेयर के बैक-अप क्षेत्र के साथ, सीमेंट के भंडारण के लिए साइलो की स्थापना की योजना बनाई गई है।

जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) के अध्यक्ष संजय सेठी ने कहा, ‘‘समर्पित गोदी का निर्माण, सड़क से माल ढुलाई को पर्यावरण अनुकूल और लागत प्रभावी परिवहन के तरीके में बदलने के मकसद से तटीय शिपिंग को बढ़ावा देने की सरकार की नीति के अनुरूप है।’’

तटीय कार्गो आवाजाही को गति प्रदान करने के लिए, जेएनपीटी ने सागरमाला कार्यक्रम के तहत परियोजना शुरू की थी।

भाषा राजेश राजेश मनोहर

मनोहर


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