जेएसडब्ल्यू स्टील चालू वित्त वर्ष में 20,000 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय करेगी

जेएसडब्ल्यू स्टील चालू वित्त वर्ष में 20,000 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय करेगी

जेएसडब्ल्यू स्टील चालू वित्त वर्ष में 20,000 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय करेगी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:54 pm IST
Published Date: May 29, 2022 8:50 pm IST

(बिशेश्वर मालाकार)

कोलकाता, 29 मई (भाषा) इस्पात विनिर्माता कंपनी जेडब्ल्यूएस स्टील ने चालू वित्त वर्ष में पूंजीगत व्यय के लिए 20,000 करोड़ रुपये चिह्नित किए हैं। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए उम्मीद जताई है कि इस्पात पर निर्यात शुल्क और कोयले के ऊंचे दाम जैसी अड़चनें लंबे समय तक नहीं रहेंगी।

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जेडब्ल्यूएस स्टील के संयुक्त प्रबंध निदेशक एवं समूह मुख्य वित्तीय अधिकारी शेषगिरी राव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘दिशा तय करने के प्रमुख कारक कोयले की अस्थिर कीमतें और इस्पात पर निर्यात शुल्क लगना है। हालांकि हम उम्मीद करते हैं कि ये अड़चनें दीर्घकालिक नहीं होंगी। निर्यात में कुछ नरमी आएगी लेकिन मूल्यवर्धित इस्पात निर्यात पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। अभी हम आशावादी हैं और चालू वित्त वर्ष के लिए पूंजीगत व्यय योजना 20,000 करोड़ रुपये पर बरकरार है।’’

क्षमता विस्तार योजना के तहत कंपनी ने 2021-22 में 15,000 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय शुरू किया था। पिछले वर्ष भूषण पॉवर एंड स्टील का अधिग्रहण पूरा करने के लिए उसने 19,000 करोड़ रुपये का निवेश किया था।

राव ने कहा कि अधिक पूंजीगत व्यय की योजनाओं के बीच आंतरिक संसाधनों से पुनर्भुगतान किए जाने से कंपनी का कर्ज स्तर बहुत नहीं बढ़ेगा। अभी यह 56,700 करोड़ रुपये है।

सरकार ने हाल ही में इस्पात उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले कोकिंग कोल एवं फेरोनिकल जैसे कुछ माल के आयात पर सीमा शुल्क खत्म कर दिया। इसके साथ ही लौह अयस्क के निर्यात पर लगने वाले शुल्क को 50 फीसदी तक बढ़ा दिया गया है। इससे घरेलू उद्योग में लागत घटने और दाम कम होने की उम्मीद है।

राव ने कहा कि अगर सरकार के ये निर्देश लंबे समय तक लागू रहते हैं तो इस्पात उद्योग की मौजूदा 15 करोड़ टन क्षमता का पूरा इस्तेमाल नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि इस्पात कंपनियां सिर्फ घरेलू उपयोग के लिए नहीं बल्कि निर्यात के लिए भी उत्पादन करती हैं। वित्त वर्ष 2021-22 में भारत का इस्पात निर्यात 1.837 करोड़ टन रहा था।

इस्पात उत्पादक कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील वर्ष 2024-25 तक अपनी क्षमता बढ़ाकर 3.75 करोड़ टन और 2029-30 तक 4.5 करोड़ टन करना चाहती है। उसकी मौजूदा क्षमता 2.147 करोड़ टन है।

भाषा

मानसी प्रेम

प्रेम


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