जनवरी-सितंबर में औद्योगिक और गोदाम स्थलों की पट्टे पर मांग 3.7 करोड़ वर्ग फुट के रिकॉर्ड स्तर पर
जनवरी-सितंबर में औद्योगिक और गोदाम स्थलों की पट्टे पर मांग 3.7 करोड़ वर्ग फुट के रिकॉर्ड स्तर पर
नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली-एनसीआर में अधिक मांग के कारण, इस वर्ष जनवरी-सितंबर की अवधि के दौरान आठ प्रमुख शहरों में औद्योगिक और गोदाम स्थलों की पट्टे पर मांग 28 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 3.7 करोड़ वर्ग फुट हो गई। सीबीआरई ने यह जानकारी दी है।
शीर्ष आठ भारतीय शहरों – दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, पुणे, कोलकाता और अहमदाबाद – में कुल मांग कैलेंडर वर्ष 2024 की इसी अवधि में 2.88 करोड़ वर्ग फुट रही थी।
रियल एस्टेट परामर्श कंपनी, सीबीआरई ने अपनी नवीनतम ‘इंडिया मार्केट मॉनिटर तीसरी तिमाही 2025 – इंडस्ट्रियल एंड लॉजिस्टिक्स’ रिपोर्ट में बताया कि दिल्ली-एनसीआर में कुल लीजिंग गतिविधियों का सबसे बड़ा हिस्सा 1.17 करोड़ वर्ग फुट था, इसके बाद बेंगलुरु में 57 लाख वर्ग फुट और हैदराबाद में 46 लाख वर्ग फुट था।
तीनों शहरों की कुल हिस्सेदारी 59 प्रतिशत थी।
मुंबई और कोलकाता में क्रमशः 42 लाख वर्ग फुट और 38 लाख वर्ग फुट जगह ली गई।
सीबीआरई के चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) – भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका, अंशुमान मैगजीन ने कहा कि यह मांग मुख्य रूप से तीसरा पक्ष लॉजिस्टिक्स (थ्री पीएल) प्रदाताओं के विस्तार और क्विक कॉमर्स की त्वरित तैनाती के कारण है।
उन्होंने कहा, ‘‘कंपनियां आपूर्ति श्रृंखला अनुकूलन और टिकाऊपन पर तेज़ी से ध्यान केंद्रित कर रही हैं, जिससे परिष्कृत, उच्च-विशिष्टता वाली ए ग्रेड परिसंपत्तियों की मांग बढ़ रही है जो स्वचालन का समर्थन करती हैं और अंतिम बाधाओं को कम करती हैं।’’
सीबीआरई में भारत में सलाहकार एवं लेनदेन सेवाओं के प्रबंध निदेशक, राम चंदनानी ने कहा कि यह गति जारी रहने की उम्मीद है क्योंकि व्यवसाय आपूर्ति श्रृंखलाओं को अनुकूलित करने और अपने विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
जनवरी-सितंबर, 2025 के दौरान, नई आपूर्ति 2.38 करोड़ वर्ग फुट रही क्योंकि संस्थागत निवेशक-समर्थित डेवलपर ने अपना विस्तार जारी रखा।
सलाहकार ने कहा कि इस वर्ष के पहले नौ महीनों में कुल नई आपूर्ति में बेंगलुरु, चेन्नई और मुंबई का योगदान 62 प्रतिशत रहा।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय

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