केएसके वाटर इन्फ्रा के लेनदारों ने दिवाला प्रक्रिया वापस लेने पर मुहर लगाई

केएसके वाटर इन्फ्रा के लेनदारों ने दिवाला प्रक्रिया वापस लेने पर मुहर लगाई

केएसके वाटर इन्फ्रा के लेनदारों ने दिवाला प्रक्रिया वापस लेने पर मुहर लगाई
Modified Date: June 23, 2025 / 10:33 pm IST
Published Date: June 23, 2025 10:33 pm IST

नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) लेनदारों की समिति (सीओसी) ने जेएसडब्ल्यू एनर्जी की तरफ से पेश कर्ज समाधान प्रस्ताव को मंजूरी देकर केएसके वाटर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड (केडब्ल्यूआईपीएल) के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया वापस लेने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है।

जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड ने छह मार्च को कहा था कि उसने ऋणशोधन अक्षमता एवं दिवाला संहिता, 2016 की कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत केएसके महानदी पावर कंपनी लिमिटेड (केएमपीसीएल) का अधिग्रहण पूरा कर लिया है।

यह समाधान योजना लागू हो गई है जिसके चलते केएमपीसीएल अब जेएसडब्ल्यू एनर्जी की एक अनुषंगी बन गई है।

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जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने सोमवार को शेयर बाजारों को दी एक सूचना में कहा कि वह केएमपीसीएल की मूल कंपनी बन गई है और दिवाला प्रक्रिया में शामिल केएसके वाटर इन्फ्रास्ट्रक्चर में महत्वपूर्ण परोक्ष स्वामित्व रखती है।

जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने कहा, ‘कंपनी की तरफ से पेश केडब्ल्यूआईपीएल के कर्ज समाधान प्रस्ताव को लेनदारों की समिति (सीओसी) ने अनुमोदित कर दिया है लिहाजा सीओसी ने केडब्ल्यूआईपीएल की दिवाला समाधान प्रक्रिया को वापस लेने को मंजूरी दे दी है।’

उन्होंने कहा कि लेनदेन का समापन राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण द्वारा वापसी की मंजूरी प्राप्त होने के अधीन होगा।

समाधान योजना की शर्तों के मुताबिक, जेएसडब्ल्यू एनर्जी के पास केएमपीसीएल के 74 प्रतिशत इक्विटी शेयर होंगे और सुरक्षित वित्तीय लेनदारों के पास सामूहिक रूप से शेष 26 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी होगी।

भाषा प्रेम प्रेम

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